इंडियन टी-20 लीग की दीवानगी पूरी दुनिया में फैली हुई है, जिससे खिलाड़ी भी अछूते नहीं हैं। कई साल से ये विवाद बीच-बीच में उठता रहता है कि खिलाड़ी अपने देश और भारतीय लीग की टीम के बीच अपनी प्राथमिकता तय करें। दक्षिण अफ्रीका को अब इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा क्योंकि उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसके लिए घोषित टीम में कई प्रमुख खिलाड़ी मौजूद नहीं हैं।
दक्षिण अफ्रीका टेस्ट टीम पर पड़ा इंडियन टी-20 लीग का असर
क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) ने बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों के लिए 15 सदस्यीय टीम चुनी है, जिसका नेतृत्व डीन एल्गर करेंगे। हालांकि, इस टीम में कई प्रमुख खिलाड़ी नदारद हैं क्योंकि वे इंडियन टी-20 लीग में हिस्सा लेंगे। गौरतलब है कि यह श्रृंखला 31 मार्च से शुरू होकर 12 अप्रैल को खत्म होगी। तेज गेंदबाजों मार्को जेनसन, कगिसो रबाडा, एनरिख नॉर्खिया और लुंगी एनगिडी के अलावा एडन मारक्रम और रैसी वैन डर डुसेन भी मौजूद नहीं हैं।
इसी कारण से मध्यक्रम के बल्लेबाज खाया जोंडो को पहली बार टेस्ट टीम में चुना गया है। 32 वर्षीय इस खिलाड़ी ने छह वनडे मैचों में अफ्रीकी टीम का प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें उन्होंने 29.2 की औसत से 146 रन बनाए हैं। गौर करने वाली बात यह है कि CSA और प्लेयर्स यूनियन के बीच एक समझौता हुआ है जिसके तहत इंडियन टी-20 लीग और अन्य आकर्षक सीमित ओवरों के मैचों में भाग लेने से खिलाड़ियों को रोका ना जाए।
इस बीच, वर्ष की शुरुआत में भारत के खिलाफ घरेलू श्रृंखला जीत के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक 28 वर्षीय कीगन पीटरसन कोविड-19 संक्रमण के कारण पिछले महीने न्यूजीलैंड के दौरे से गायब होने के बाद टीम में लौट आए हैं। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पांच टेस्ट खेले हैं जिसमें उन्होंने 35.56 की औसत से 320 रन बनाए हैं।
ये रही दक्षिण अफ्रीका की टेस्ट टीम:
डीन एल्गर (कप्तान), तेम्बा बवुमा, डैरेन डुपवेलियन, सरेल एरवी, साइमन हारमर, केशव महाराज, वियान मुल्डर, डुएन ओलिवियर, कीगन पीटरसन, रयान रिकलटन, लुथो सिपामला, ग्लेनटन स्तरमान, काइल वेरेनने, लीजाद विलियम्स, खाया जोंडो