वेस्टइंडीज महिला क्रिकेट टीम की ऑल राउंडर डिएंड्रा डॉटिन ने 1 अगस्त से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बारबाडोस की हार के बाद यह खबर आई जिसने क्रिकेट जगत में सबको हैरान कर दिया। बारबाडोस महिला टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स के अपने पहले क्रिकेट मैच में पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम को हराकर काफी तारीफें बटोरी थी।
डिएंड्रा डॉटिन ने ट्विटर पर अपने संन्यास की खबर क्रिकेट जगत को दी और संन्यास लेने की बात पर बताया कि मौजूदा टीम का माहौल ऐसा नहीं है कि वह खेल के प्रति अपने जुनून को लेकर आगे बढ़ पाएंगी। वह इस टीम के कल्चर और माहौल के साथ खुद को ढाल नहीं पा रही हैं।
डिएंड्रा डॉटिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है इसका मतलब यह है कि वह भारत के खिलाफ 3 अगस्त को कॉमनवेल्थ गेम्स में होने वाले मैच का हिस्सा नहीं रहेंगी। टीम की सीनियर ऑल राउंडर ने साल 2008 में अपना डेब्यू किया था और उसके बाद 146 वनडे क्रिकेट और 126 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेले हैं।
Thanks to all for the love and support with in my past 14 years of playing cricket for West Indies! I look forward to be playing domestic cricket around the world pic.twitter.com/Vmw6AqpYQJ
— Deandra Dottin (@Dottin_5) July 31, 2022
मुझे दिए गए मौकों के लिए मैं आभारी हूँ: डिएंड्रा डॉटिन
डिएंड्रा डॉटिन ने साल 2008 में डेब्यू किया था लेकिन वह लंबे समय तक चोटिल होती रही हैं लेकिन इसके बाद भी उन्होंने टीम को कई महत्वपूर्ण मैच में जीत दिलाई है। वह महिला टी-20 वर्ल्ड कप में टीम का अहम हिस्सा थी जिसने ऑस्ट्रेलिया को हराकर वर्ल्ड कप जीता था।
डॉटिन ने 260 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैचों में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने 143 मैचों में 30.54 की औसत से तीन शतकों के साथ 3,727 वनडे मैचों में रन बनाए हैं, इसके अलावा उन्होंने 124 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 26.28 की औसत से दो शतकों के साथ 2,681 रन बनाए हैं। उन्होंने 133 अंतरराष्ट्रीय विकेट भी लिए हैं।
डिएंड्रा डॉटिन ने भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है लेकिन वह घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए तैयार हैं। डिएंड्रा डॉटिन ने महिला टी-20 क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने का रिकार्ड अपने नाम किया है। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 45 गेंदों में 112 रनों की पारी खेली थी। उन्होंने बस 38 गेंदों में अपना शतक बनाकर इतिहास रचा था।