भारतीय क्रिकेटर सरफराज खान इन दिनों शानदार फॉर्म में हैं। वह मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीरीज में अपनी बल्लेबाजी से कहर बरपा रहे हैं। मुंबई और उत्तराखंड के बीच चल रहे क्वार्टर फाइनल 2 मैच में सरफराज खान ने मुंबई के लिए अपना सातवां शतक बनाया। उन्होंने 205 गेंदों का सामना करते हुए 153 रनों की सनसनीखेज पारी खेली, जिसमें 14 चौके और 4 छक्के शामिल थे।
पिछले 4 प्रथम श्रेणी मैचों में यह उनका तीसरा शतक है। सरफराज खान ने 140.80 की अविश्वसनीय औसत से 704 रन बनाए हैं, जिसमें तीन शतक और एक अर्धशतक शामिल है। इस सीजन में सरफराज खान का सर्वोच्च स्कोर 275 रन है। उन्होंने मुंबई को रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
क्वार्टर फाइनल में उत्तराखंड के खिलाफ शतक लगाने के बाद सरफराज खान ने पत्रकारों से बात की और अपनी पारी अपने पिता को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि इसका सारा श्रेय मेरे पिता को जाता है। मैं पूरी रात सो नहीं पाया। बीती रात पूरे समय मेरे माइंड में सिर्फ शतक चलता रहा।
रिपोर्ट के अनुसार सरफराज को टीम में नहीं मिलेगी जगह
वह निश्चित रूप से अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। हालांकि, केवल रन बनाने से उन्हें टीम में जगह नहीं मिलेगी। इनसाइट स्पोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक सेलेक्शन कमेटी के एक सदस्य ने बताया कि सरफराज खान को भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए रन बनाने के अलावा अपनी फिटनेस पर भी काम करने की जरूरत है।
सेलेक्शन कमेटी के एक सदस्य ने इनसाइड स्पोर्ट को बताया कि सरफराज बेहतरीन खिलाड़ी हैं और शानदार फॉर्म में हैं। लेकिन भारतीय टीम में काफी प्रतिस्पर्धा है। निश्चित रूप से वह चयनकर्ताओं की नजर में है। लेकिन साथ ही अन्य खिलाड़ी भी लाइन में हैं।
उन्होंने कहा यही कारण है कि सरफराज को भारत ए के लिए चुना गया था। लेकिन उन्हें अपनी फिटनेस में सुधार करना होगा। एक बार जब वह अपनी फिटनेस में सुधार करते हैं और फॉर्म के साथ जारी रहते हैं, तो उन्हें रोकना मुश्किल होगा।