पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने रविचंद्रन अश्विन के लगातार प्लेइंग इलेवन से बाहर रहने पर हैरानी जताई है और उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। रविचंद्रन अश्विन ने आखिरी बार जून में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के दौरान खेले था। वह इंग्लैंड दौरै पर भी भारतीय टीम का हिस्सा थे, लेकिन उनकी अनदेखी की गई। इसके अलावा इंटरनेशलन टी-20 कप के लिए भी उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया, लेकिन अभी तक एक भी मुकाबला खेलने का मौका नहीं मिला है। हालांकि उन्होंने टूर्नामेंट के शुरुआत होने से पहले इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों अभ्यास मैच में खेले और दो विकेट भी लिये।
इसके बावजूद उन्हें सुपर-12 में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में टीम के प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया। इस मामले पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि यह एक रहस्य है कि इतने अनुभवी और सभी फार्मेटों में भारत के टॉप विकेट लेने वाले गेंदबाजों में से एक होने के बावजूद अश्विन को एक भी मैच में क्यों नहीं खिलाया गया।
लंबे समय से खिलाड़ियों में ऐसी बॉडी लैंग्वेज नहीं देखी
दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि अश्विन को इतने लंबे समय से बाहर रखा जा रहा है, यह जांच का विषय है। सभी प्रारूपों में वह 600 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेटों के साथ आपका सर्वश्रेष्ठ स्पिनर है। वह आपका सबसे वरिष्ठ स्पिनर है और आप उसे नहीं चुनते हैं। उन्होंने कहा मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि अश्विन ने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के दौरान भी एक भी मैच नहीं खेला। फिर आप अश्विन को क्यों चुनते हैं? यह मेरे लिए एक रहस्य है।
उन्होंने आगे कहा कि इस टूर्नामेंट में वह भारतीय क्रिकेटरों के बॉडी लैंग्वेज से निराश थे। खिलाड़ी थके हुए लग रहे थे। मुझे नहीं पता कि बायो बबल थकान है या कुछ और, लेकिन मैंने लंबे समय से खिलाड़ियों में ऐसी बॉडी लैंग्वेज नहीं देखी है।
इस टूर्नामेंट में भारत ने अब तक खेले दोनों मुकाबले गंवा दिये हैं और ग्रुप-2 के अंकतालिका में वह पांचवे नंबर पर है। भारत का अगला मुकाबला 3 नवंबर को अफगानिस्तान के खिलाफ होगा। अगर भारत अफगानिस्तान से हार जाता है तो वह आधिकारिक तौर पर टूर्नामेंट से बाहर हो जायेगा।