भारत बनाम बांग्लादेश मैच वाइड बॉल विवाद: भारत और बांग्लादेश के बीच वनडे विश्व कप 2023 का 17वां मैच गुरुवार को पुणे में खेला गया। टीम इंडिया ने यह मैच 7 विकेट से जीता. इस मैच के आखिरी कुछ पलों में एक वाइड बॉल को लेकर काफी हंगामा हुआ. हालांकि, फील्ड अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने इस गेंद को वाइड नहीं दिया. इसके बाद विराट कोहली ने छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया.
एक तरफ सवाल उठ रहे हैं कि क्या बांग्लादेश के गेंदबाज ने विराट का शतक रोकने के लिए जानबूझकर वाइड गेंद फेंकी. टीम के कार्यवाहक कप्तान नजमुल हसन शान्तो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का जवाब देते हुए सारी बातें कहीं.
क्या था पूरा मामला?
दरअसल विराट कोहली 97 रन पर खेल रहे थे और भारत को जीत के लिए 2 रन चाहिए थे. ऐसे में बांग्लादेश के गेंदबाज नसुम अहमद ने लेग स्टंप के बाहर गेंद फेंकी. गेंद साफ़ तौर पर वाइड दिख रही थी लेकिन अंपायर केटलबोरो ने इसे वाइड नहीं दिया. इसके बाद इस बात पर काफी बहस हुई कि गेंद वाइड थी या नहीं. लोगों ने अपने तरीके से नियमों का भी हवाला दिया. लेकिन अगर हम इसे दूसरे नजरिए से देखें तो क्या बांग्लादेश के खिलाड़ी ने जानबूझकर वाइड गेंद फेंकी? प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम के कप्तान नजमुल हसन शान्तो से भी इस संबंध में सवाल पूछा गया.कैप्टन नजमुल हसन शान्तो ने बताई पूरी सच्चाई-
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बांग्लादेश के कप्तान से अलग-अलग पत्रकारों ने दो बार इस बारे में पूछा. क्या इससे पहले मीडिया की ओर से विराट के शतक को रोकने के लिए जानबूझकर वाइड गेंद फेंकने की कोई योजना बनाई गई थी? वो पूछा. शान्तो ने कहा, 'नहीं, ऐसी कोई योजना नहीं थी. कोई भी गेंदबाज वाइड गेंद नहीं फेंकना चाहता।” तभी एक अन्य पत्रकार ने भी बांग्लादेशी कप्तान से यही सवाल पूछा. इस बार शांतो ने थोड़ा ज़ोर से कहा, “नहीं, नहीं… हमने जानबूझ कर कुछ नहीं किया. हम बिल्कुल सही खेल खेलना चाहते थे।"
अंपायर के फैसले पर छिड़ा विवाद-
रेफरी रिचर्ड केटलबोरो के फैसले पर विवाद जारी है। टी20 वर्ल्ड कप 2022 के वीडियो भी वायरल होने लगे हैं जहां नवाज अश्विन के सामने वाइड बोल्ड हो गए थे. उनकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वहीं, कई लोग के अलग-अलग नियमों का हवाला दे रहे हैं. लेकिन अगर नियमों का पालन किया जाता तो अश्विन की गेंद को वाइड देना चाहिए था और विराट की गेंद को भी वाइड देना चाहिए था. इस पर अभी भी बहस चल रही है, देखना होगा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड की ओर से इस नियम को लेकर कोई स्पष्टीकरण या प्रतिक्रिया आती है या नहीं.