दलीप ट्रॉफी में एक ऐसी घटना हुई जिसने सभी को हैरान कर दिया। दरअसल, सेंट्रल जोन और वेस्ट जोन के बीच टूर्नामेंट का पहला सेमीफाइनल मैच कोयंबटूर में खेला जा रहा है। और मैच के बीच वेंकटेश अय्यर गेंदबाज चिंतन गाजा के थ्रो से गर्दन में चोट लगने के कारण घायल हो गए।
जब यह घटना हुई तब सेंट्रल जोन की टॉप ऑर्डर की बल्लेबाजी गेंदबाजों द्वारा पूरी तरह से तबाह कर दी गई थी। फिर अय्यर क्रीज पर आए और वह 6 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे। गेंदबाज के थ्रो मारने के बाद गेंद उनकी गर्दन में लगी और वह बेहद ही दर्द में थे।
क्या था मामला?
वेंकटेश ने गाजा की गेंद पर छक्का मार दिया था जिससे वह खुश नहीं थे। आमतौर क्रिकेट में ऐसा होते देखा जाता है। वहीं, गाजा की अगली गेंद को वेंकटेश ने सामने की ओर डिफेंस किया। गाजा ने गेंद उठाकर वेंकटेश को रनआउट करने के लिए थ्रो किया लेकिन गेंद स्टंप की जगह वेंकटेश के सिर में लगी।
इसके बाद वेंकटेश को मैदान से बाहर ले जाने के लिए एम्बुलेंस बुलाई गई। हालांकि अय्यर ने स्ट्रेचर की जगह फील्ड से बाहर चल कर जाने का फैसला किया और उन्हें रिटायर हर्ट होना पड़ा। सेंट्रल जोन चाहता था कि अय्यर लंबे समय तक क्रीज पर रहे और क्योंकि आधी टीम सिर्फ 66 रन पर वापस लौट गई थी। ऐसे में अय्यर और कप्तान करन शर्मा ही टीम को मुश्किल से बाहर निकालने के लिए आखिरी उम्मीद बचे थे।
कैसा रहा मैच का हाल
सभी के लिए अच्छी खबर यह रही कि, अय्यर सातवें विकेट के नुकसान के बाद फिर से बल्लेबाजी करने उतरे और अपने कप्तान करण शर्मा का साथ दिया जो रनों के लिए काफी संघर्ष कर रहे थे। इससे पहले वेस्ट जोन के लिए जयदेव उनादकट ने सिर्फ 24 रन देकर तीन विकेट चटकाए, वहीं, अतीत सेठ ने दो विकेट अपने नाम किए।
पृथ्वी शॉ (60), राहुल त्रिपाठी (67) के अर्धशतकों की बदौलत वेस्ट जोन ने पहले दिन टॉस हारकर पहली पारी में 257 रन बनाए। शम्स मुलानी (41) और तनुश कोटियन (36) ने निचले क्रम में महत्वपूर्ण रनों का योगदान दिया और इससे वेस्ट जोन स्कोरबोर्ड बढ़ा। कुमार कार्तिकेय ने सेंट्रल जोन के लिए घातक गेंदबाजी की, उन्होंने पहली पारी में पांच विकेट लिए थे। अजिंक्य रहाणे और यशस्वी जायसवाल, पिछले गेम में जल्दी आउट हो गए थे लेकिन दूसरी पारी में दोनों इसकी भरपाई करना चाहेंगे।