श्रीलंका के खिलाफ वेस्टइंडीज की हार के बाद आलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंटरनेशनल टी-20 कप में उनका आखिरी मैच में होगा। गौरतलब है कि 4 नवंबर को श्रीलंका के खिलाफ हारकर वेस्टइंडीज सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो गई है।
श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद किया सन्यास का ऐलान
ड्वेन ब्रावो ने कहा मुझे लगता है कि समय आ गया है। मेरा करियर बहुत अच्छा रहा है। 18 साल तक वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व करने के दौरान उतार चढ़ाव आये, लेकिन जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो इतने लंबे समय तक इस क्षेत्र और कैरेबियाई लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए मैं बहुत आभारी हूं।
वेस्टइंडीज के लिए सभी सात इंटरनेशनल टी-20 कप खेल चुके ब्रावो ने कहा वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डरैन सैमी के साथ दो ट्रॉफी जीतना बहुत गर्व की बात है। उन्होंने कहा मेरे बाये ओर डैरेन सैमी जिनकी कप्तानी में दो बार वेस्टइंडडीज चैंपियन बनी। एक बात पर मुझे गर्व है कि हमने क्रिकेटरों के युग में वैश्विक मंच पर अपना नाम बनाया।
वेस्टइंडीज का टूर्नामेंट में नहीं रहा अच्छा सफर
इस टूर्नामेंट में वेस्टइंडीज का अभियान बेहद खराब रहा। अपने चार मुकाबलों में टीम 3 मैच हार चुकी है। इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका से हारने के बाद वेस्टइंडीज ने बांग्लादेश को 3 रन से हराया। वहीं टीम 4 नवंबर को श्रीलंका से हार गई।ब्रावो ने कहा कि यह उस तरह का टूर्नामेंट नहीं रहा, जिसकी टीम को उम्मीद थी। हमें अपने लिए खेद महसूस नहीं करना चाहिए, यह एक कठिन टूर्नामेंट रहा है, हमे मायूस नहीं होना चाहिए।
ड्वेन ब्रावो ने वेस्टइंडीज के लिए 90 इंटरनेशनल टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें 78 विकेट लिये हैं और 1000 से अधिक रन बनाये हैं। ड्वेन ब्रावो ने 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने अपने करियर में कुल 293 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।
श्रीलंका के खिलाफ मैच में पहले खराब गेंदबाजी के चलते वेस्टइंडीज ने 189 रन लुटाए। इसके बाद लक्ष्य का पीछा करने के दौरान टीम को 20 रनों से हार का सामना करना पड़ा। शुरुआती विकेट गिरने के बाद टीम उबर नहीं सकी, हालांकि सिमरन हेटमेयर ने जरूर अर्धशतकीय पारी खेली, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके।