ड्वेन ब्रावो ने अपने दमदार प्रदर्शन की बदौलत क्रिकेट की दुनिया में राज किया है। वह टी-20 क्रिकेट के एक बेहतरीन ऑलराउंडर हैं। उन्होंने कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी विविधता से अपनी टीम को जीत दिलाई है। ऐसे ही एक डिलिवरी के बारे में उन्होंने अब जाकर खुलासा किया है, जिसने उनकी पूरी लाइफ बदल दी।
दरअसल 2006 में भारत ने पांच वनडे और चार टेस्ट के लिए वेस्टइंडीज का दौरा किया था। भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज 1-0 से अपने नाम किया था, लेकिन भारत को वनडे सीरीज में 1-4 से हार मिली थी। वनडे सीरीज का दूसरा मैच आज भी फैंस को याद होगा, जिसमें भारत 1 रन से मुकाबला हार गया था।
उस गेंद से पहले युवराज सिंह ने ब्रावो को दो चौके मारे
उस मैच में ब्रावो ने युवराज सिंह को बोल्ड करते हुए सबको चौंकाया, क्योंकि इसके बाद मैच भारत के हाथ से निकल गया था। द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए ड्वेन ब्रावो ने कहा, उस गेंद की वजह से दुनिया की नजर मुझ पर पड़ी और लोगों ने नोटिस किया कि मेरे पास सबसे अच्छी विविधता वाली गेंदें है और इसने मेरा टी-20 करियर बनाया।
दरअसल भारत को उस मैच में आखिरी ओवर में जीत के लिए 5 गेंदों में 10 रन की जरुरत थी और उसके पास सिर्फ एक विकेट शेष था। युवराज सिंह ने ब्रावो को लगातार दो गेंदों पर दो चौके लगाए और अब भारत को तीन गेंदों पर दो रन की जरूरत थी। उस ओवर में ब्रावो ने चौथी गेंद में वैरिएशन किया और युवराज सिंह गेंद पढ़ने में नाकाम रहे। गेंद सीधे उनके लेग स्ंटप पर जा लगी और वह आउट हो गए। इस तरह वेस्टइंडीज ने वो मुकाबला एक रन से जीत लिया।
ब्रावो ने कहा कि तत्कालीन कप्तान ब्रायन लारा ने उस डिलीवरी से ठीक पहले फील्ड प्लेसमेंट के बारे में उनसे बात की थी, लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक वह अपना रन-अप सेट नहीं कर लिए, उससे पहले नहीं जानते कि वह कौन सी गेंद फेंकने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, एक गेंद को पसंदीदा के रूप में चुनने के लिए बहुत सारे हैं, लेकिन युवराज सिंह की उस गेंद ने मेरी जिंदगी बदल दी।