इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान इयोन मॉर्गन हाल ही में शुरू हुए 'द हंड्रेड' लीग में खेलते हुए नजर आए। टीम का पहला मुकाबला 4 अगस्त को ओवल इन्विंसिबल और लंदन स्पिरिट के बीच खेला गया। मॉर्गन लंदन स्पिरिट के कप्तान भी हैं और खेल के बारे में उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता एक अंतरराष्ट्रीय खेल के समान थी क्योंकि यह बड़े ही रोमांचक तरीके से खत्म हुई। यह दोनों टीमों के बीच बेहतरीन भिड़ंत थी लेकिन स्पिरिट ने सिर्फ तीन रन से इस मैच को जीत लिया।
4 अगस्त, गुरुवार को हुए इस बेहतरीन मैच में मॉर्गन की टीम ने अपने विपक्षी लंदन टीम को तीन रनों से करारी हार दी। इन्विंसिबल की टीम ने 171 रनों का पीछा करते हुए 100 गेंदों में सिर्फ 168 रन बनाए। जबकि मॉर्गन ने 29 गेंदों में 47 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली जिसके बदौलत स्पिरिट ने 100 गेंदों में कुल 171 रन बनाए थे।
मॉर्गन ने दिया बड़ा बयान
मॉर्गन ने स्काई स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए बताया कि, "'मुझे यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के माहौल के जैसा महसूस हुआ। मैने इंडियन टी-20 लीग के अलावा ऐसा माहौल किसी भी घरेलू क्रिकेट में नहीं देखा। भारत में इंडियन टी-20 लीग खेली जाती है जिसमें अगर आप विदेशी खिलाड़ी हो तो आपके ऊपर एक दबाव बना रहता है कि आप अगर अच्छा नहीं खेलते तो आपको टीम से ड्रॉप कर दिया जाएगा। यह मैच भी एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के जैसा ही था।"
मुझे इस तरह से क्रिकेट खेलना पसंद है: मॉर्गन
मोर्गन ने कप्तानी पारी खेली और पांच चौके और तीन छक्के लगाए। उन्होंने 162.07 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मॉर्गन उस समय बल्लेबाजी करने आए जब ग्लेन मैक्सवेल आउट हो चुके थे और टीम 55 रन पर तीन विकेट के नुकसान पर थी। मॉर्गन ने पारी को संभालते हुए टीम को 147 के स्कोर तक ले गए लेकिन 88वें गेंद पर रिस टॉप्ली की गेंद पर आउट हो गए।
उन्होंने एक बयान में कहा की, "मुझे ऐसा क्रिकेट खेलना अच्छा लगता है। आपको और जानने को मिलता है कि आपके खिलाड़ी और विरोधी दबाव में रहकर कैसे प्रदर्शन करते हैं। कोई भी खिलाड़ी यॉर्कर फेंक सकता है या बिना किसी दबाव के लंबे छक्के लगा सकता है लेकिन ऐसे मुश्किल समय में सिर्फ बेहतरीन खिलाड़ी ही टिक पाते हैं।"
मॉर्गन ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। और फैंस उन्हें फिरसे इस लीग में खेलते देख काफी खुश होंगे।