भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव पिछले 18 महीने से भारत के लिए लिमिटेड ओवर्स में शानदार प्रदर्शन कर सुर्खियां बटोर रहे हैं। सूर्यकुमार यादव ने इस दौरान भारतीय टीम के लिए लगभग सभी मैच खेले हैं और अपने धुआंधार प्रदर्शन के कारण वनडे और टी-20 टीम में जगह पक्की कर ली है। उन्होंने हाल ही में तीसरे टी-20 में इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़ा था, लेकिन दुर्भाग्य से उनकी पारी बेकार गई क्योंकि इंग्लैंड ने वह मैच जीत लिया। सूर्यकुमार ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में 29 गेंदों पर 27 रन बनाकर अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन भारत की बल्लेबाजी थोड़ी खराब रही।
सूर्यकुमार यादव ने वनडे और टी-20 मैचों को लेकर बातचीत में बताया कि वह वनडे मुकाबलों में भी टी-20 जैसी मानसिकता रख कर खेलने आते हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपना स्वाभाविक खेल खेलना पसंद करता हूँ चाहें वह कोई भी फॉर्मेट हो।
सूर्यकुमार यादव ने प्रेसवार्ता में बात करते हुए कहा कि,"मैं वनडे मैचों में उसी मानसिकता के साथ खेलता हूँ जैसा मैं टी-20 मैचों में खेलता हूँ। मैं अपना आक्रामक और स्वाभाविक खेल खेलना पसंद करता हूँ क्योंकि वनडे मुकाबलों में यह आपके लिए फायदेमंद होता है। वनडे मैचों में पांच फील्डर घेरे के अंदर होते हैं इसलिए मेरा इरादा हमेशा रन बनाने का होता है। भले ही विकेट गिर रहे हों लेकिन मैं स्कोरबोर्ड को बढ़ाते रहने की कोशिश करता हूं।"
सूर्यकुमार यादव ने भारत के लिए तीसरा टी-20 मैच नहीं जीत पाने पर अफसोस जताया
सूर्यकुमार यादव को इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम टी-20 मैच में उनके शानदार शतक के लिए भारी प्रशंसा मिली। भारत एक बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहा था और जहां विकेट गिर रहे थे वहीं सूर्यकुमार घरेलू टीम इंग्लैंड पर आक्रामक नजर आए। हालाँकि वह अपना पहला टी-20 शतक बनाने के बाद भी बेहद खुश हैं, लेकिन सूर्या इस बात से भी दुखी हैं कि वह भारत को मैच नहीं जीता सके।
उन्होंने कहा कि, "यह एक अच्छी प्रेरणा है, जाहिर सी बात है मैं खुश था और मेरे पास टीम को जीत दिलाने का अवसर था। यह अच्छा लगता है कि लोग मुझसे उम्मीद करते हैं। मुझे प्रेरणा मिलती है कि मैं टीम के लिए प्रदर्शन करू और मैच जीता सकूँ।