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'आज भी अकेले में बहुत रोता है', गंभीर के लिए फैंस ने ऐसा क्यों कहा?

गंभीर अक्सर इस बात का जिक्र करते नजर आते हैं कि वर्ल्डकप जीताने में पूरी भारतीय टीम का योगदान था। कई रिएक्शन फैंस ने...

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Manoj Kumar
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Gautam Gambhir and MS Dhoni (Image Source: Twitter)

Gautam Gambhir and MS Dhoni (Image Source: Twitter)

2 अप्रैल 2011 के दिन भारत और श्रीलंका के बीच वनडे वर्ल्डकप का फाइनल मुकाबला मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में खेला गया। भारत, 28 साल बाद दूसरी बार वर्ल्डकप जीतने में कामयाब रहा। लोग फाइनल मैच में एमएस धोनी के आखिरी छक्के को तो याद रखते हैं, लेकिन बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर की 97 रनों की बहुमूल्य पारी को भुला देते हैं।

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गंभीर भी अक्सर इस बात का जिक्र करते नजर आते हैं कि वर्ल्डकप जीताने में पूरी भारतीय टीम का योगदान था, लेकिन लोग धोनी के उस छक्के के जुनून के आगे सब भूल जाते हैं। बता दें कि गौतम गंभीर ने इससे जुड़ा एक ट्वीट 2020 में किया था, जिस पर  फैंस के मजेदार रिएक्शन देखने को मिले थे।

एक यूजर ने तो यह तक कह दिया कि 'गंभीर आज भी अकेले में बहुत रोता है' एक और यूजर ने कहा, 'जली ना भाई तुम्हारी जली ना' इस तरह के कई रिएक्शन फैंस ने दिए।

 

गौतम गंभीर फाइनल में शतक से चूक गए थे

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सिक्का श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा के पक्ष में उछला और संगकारा ने बल्लेबाजी करने का फैसला किया। श्रीलंका की ओर से पारी की शुरुआत करने आए थरंगा ज्यादा देर टिक नहीं पाए। भारत के लिए जहीर खान ने उपुल थरंगा को आउट कर पहली सफलता दिलाई। थरंगा के बाद बल्लेबाजी करने आए  तिलकरत्ने दिलशान और कप्तान कुमार संगकारा ने क्रमशः 33 और 48 रनों के महत्वपूर्ण योगदान दिया।

इसके बाद बल्लेबाजी करने आए महेला जयवर्धने ने 88 गेंदों पर नाबाद 103 रन बना कर मजमा लूट लिया था। महेला जयवर्धने की शानदार पारी की बदौलत श्रीलंका ने निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 276 रन बोर्ड पर टांग दिए। 

जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। विस्फोटक ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग पहले ओवर की दूसरी ही बॉल पर मलिंगा का शिकार हो गए। मलिंगा ने सहवाग को एलबीडब्ल्यू आउट किया।  उसके बाद मैदान में आए बायें हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर ने 97 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर भारत को जीत के करीब पहुंचा दिया।

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हांलांकि, दूसरे छोर पर सचिन और विराट जल्दी आउट हो गए थे। धोनी-गंभीर के बीच 109 रनों की साझेदारी हुई थी। मगर गंभीर शतक बनाने से चूक गए थे। वह 97 रनों के निजी स्कोर पर थिसारा परेरा की बॉल पर बोल्ड हो गए। दूसरे छोर पर खड़े धोनी ने 91 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारत को दूसरी बार विश्व विजेता बनाया।

देखिए फैंस के मजेदार रिएक्शन

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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