चेन्नई को चार बार इंडियन टी-20 लीग का खिताब दिलाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने गुरुवार 24 मार्च को ऐसा फैसला लिया कि उसने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। उन्होंने 26 मार्च को कोलकाता के खिलाफ उद्घाटन मैच से पहले चेन्नई की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और रवीद्र जडेजा को कप्तानी सौंपी।
एमएस धोनी 2008 से ही फ्रेंचाइजी के साथ जुड़े रहे हैं और अब निश्चित रूप से अपने पीछे एक विरासत छोड़कर गए। फ्रेंचाइजी ने इंडियन टी-20 लीग 2022 के लिए महेंद्र सिंह धोनी को रिटेन किया था। धोनी ने 12 सीजन के 204 मैचों में चेन्नई की कप्तानी की, जिसमें 121 में चेन्नई जीती और 82 में उसे हार का सामना करना पड़ा, जबकि एक मैच का कोई नतीजा नहीं निकला। उनका जीत प्रतिशत 59.60 है।
धोनी की कप्तानी में चेन्नई ने 2010, 2011, 2018 और 2021 में चार ट्रॉफियां जीती, जो रोहित शर्मा की अगुवाई वाली मुंबई के बाद दूसरे स्थान पर है।
इंडियन टी-20 लीग में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा मैच-
कप्तान | मैच | जीत | हार | टाई | बेनतीजा | जीत % |
एमएस धोनी | 204 | 121 | 82 | 0 | 1 | 59.60 |
विराट कोहली | 140 | 64 | 69 | 3 | 4 | 48.16 |
गौतम गंभीर | 129 | 71 | 57 | 1 | 0 | 55.42 |
रोहित शर्मा | 129 | 75 | 50 | 4 | 0 | 59.68 |
ए़डम गिलक्रिस्ट | 74 | 35 | 39 | 0 | 0 | 47.28 |
लीग इतिहास में दूसरे सबसे सफल कप्तान धोनी ने टूर्नामेंट में एक कप्तान के रूप में 204 मैचों की 178 पारियों में 40.88 की औसत से 4456 रन बनाए है। इसमें धोनी के नाम 22 अर्धशतक हैं, जिसमें नाबाद 84 रन उनका सर्वोच्च स्कोर है। वह लीग इतिहास में एक कप्तान के रूप में दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। पहले नंबर पर विराट कोहली हैं।
इंडियन टी-20 लीग में बतौर कप्तान सर्वाधिक रन-
कप्तान | मैच | पारी | रन | औसत | शतक | अर्धशतक | सर्वोच्च स्कोर |
विराट कोहली | 140 | 139 | 4881 | 42.07 | 5 | 35 | 113 |
एमएस धोनी | 204 | 178 | 4456 | 40.88 | 0 | 22 | 84* |
गौतम गंभीर | 129 | 127 | 3518 | 31.13 | 0 | 31 | 93 |
रोहित शर्मा | 129 | 128 | 3406 | 30.14 | 0 | 23 | 98* |
डेविड वॉर्नर | 69 | 69 | 2840 | 47.33 | 1 | 26 | 126 |
धोनी के नेतृत्व में चेन्नई रिकॉर्ड 9 बार इंडियन टी-20 लीग के फाइनल में पहुंची, जिसमें बार वह सफल हुई। उद्घाटन सत्र में ही चेन्नई फाइनल में पहुंची, जहां उसे राजस्थान से हार मिली। लेकिन 2010 में चेन्नई ने फाइनल में मुंबई को हराकर पहला खिताब जीता। 2011 में भी धोनी की कप्तानी में चेन्नई चैंपियन बनी। हालांकि चेन्नई को 2012 के फाइनल में निराशा का सामना करना पड़ा, जब कोलकाता ने उसे हरा दिया।
मेन इन येलो को 2013 और 2015 के फाइनल में मुंबई ने हराया। प्रतिबंध के बाद चेन्नई ने 2018 में जोरदार वापसी की और अपना तीसरा खिताब हासिल किया। टीम फिर से 2019 में मुंबई से हार गई। हालांकि पिछले संस्करण में चेन्नई चौथी बार चैपियन बनी।