बैंगलोर की टीम शुक्रवार को इंडियन टी-20 लीग 2022 के दूसरे क्वालीफायर में राजस्थान के खिलाफ 7 विकेट से हार गई। जोस बटलर ने बैंगलोर के गेंदबाजों की धुनाई करते हुए सीजन का अपना चौथा शतक जड़ा और अकेले दम पर टीम को टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचाया। उन्होंने 60 गेंदों में नाबाद 106 रन बनाए।
दूसरी तरफ बैंगलोर के लिए कुछ भी पक्ष में नहीं गया। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने को कहा गया। कप्तान फाफ डुप्लेसिस, विराट कोहली और ग्लेन मैक्सवेल जैस बल्लेबाजों के बल्ले से रन नहीं निकला। हालांकि रजत पाटीदार ने जरूर बैंगलोर के लिए महत्वपूर्ण पारी खेली। मैच के बाद फाफ डु प्लेसिस ने स्वीकार किया कि राजस्थान ने बैंगलोर को हर विभाग में पीछे छोड़ा और शाम होते ही बल्लेबाजी आसान हो गई।
उन्होंने बैंगलोर के पारी के शुरुआती ओवरों की तुलना टेस्ट क्रिकेट से करते हुए कहा कि गेंद काफी घूम रही थी। उनके सलामी बल्लेबाज विराट कोहली को भी प्रसिद्ध कृष्णा ने शुरुआत में ही पवेलियन भेजा।
'पहले 6 ओवर टेस्ट क्रिकेट की तरह लगे'
डु प्लेसिस ने कहा, जब हम मैदान से बाहर आए तो हमने महसूस किया कि कुछ रन शॉर्ट रह गए। शुरुआती 3-4 ओवर काफी चुनौतीपूर्ण थे और काफी मूवमेंट था। मुझे लगा कि 180 का स्कोर पिच के लिए सही था। पहले छह ओवर टेस्ट क्रिकेट की तरह लगे। अन्य विकेटों की तुलना में यहां नई गेंद तेज थी। और फिर बाद में बल्लेबाजी आसान हो गई।
फाफ डु प्लेसिस का मानना है कि उनका सीजन शानदार रहा और जिस तरह से बैंगलोर की टीम पूरे टूर्नामेंट में खेली, उस पर उन्हें गर्व है। बैंगलोर के कप्तान ने यह भी कहा कि फ्रेंचाइजी के लिए शानदार सीजन रहा है। मेरा पहला सीजन रहा है और हम जहां भी गए वहां देखा कि प्रशंसक कितने खास होते हैं। सभी को हमारा सपोर्ट करने के लिए धन्यवाद। हमारे लिए कुछ अविश्वसनीय प्रदर्शन हुआ। वास्तव में राजस्थान टीम हमसे ज्यादा इसकी हकदार थी।
क्वालीफायर-2 में हार के बाद बैंगलोर के कप्तान बोले- 'पहले 6 ओवर में टेस्ट मैच जैसा लगा'
मैच के बाद फाफ डु प्लेसिस ने स्वीकार किया कि राजस्थान ने बैंगलोर को हर विभाग में पीछे छोड़ा और शाम होते ही बल्लेबाजी आसान हो गई।
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बैंगलोर की टीम शुक्रवार को इंडियन टी-20 लीग 2022 के दूसरे क्वालीफायर में राजस्थान के खिलाफ 7 विकेट से हार गई। जोस बटलर ने बैंगलोर के गेंदबाजों की धुनाई करते हुए सीजन का अपना चौथा शतक जड़ा और अकेले दम पर टीम को टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचाया। उन्होंने 60 गेंदों में नाबाद 106 रन बनाए।
दूसरी तरफ बैंगलोर के लिए कुछ भी पक्ष में नहीं गया। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने को कहा गया। कप्तान फाफ डुप्लेसिस, विराट कोहली और ग्लेन मैक्सवेल जैस बल्लेबाजों के बल्ले से रन नहीं निकला। हालांकि रजत पाटीदार ने जरूर बैंगलोर के लिए महत्वपूर्ण पारी खेली। मैच के बाद फाफ डु प्लेसिस ने स्वीकार किया कि राजस्थान ने बैंगलोर को हर विभाग में पीछे छोड़ा और शाम होते ही बल्लेबाजी आसान हो गई।
उन्होंने बैंगलोर के पारी के शुरुआती ओवरों की तुलना टेस्ट क्रिकेट से करते हुए कहा कि गेंद काफी घूम रही थी। उनके सलामी बल्लेबाज विराट कोहली को भी प्रसिद्ध कृष्णा ने शुरुआत में ही पवेलियन भेजा।
'पहले 6 ओवर टेस्ट क्रिकेट की तरह लगे'
डु प्लेसिस ने कहा, जब हम मैदान से बाहर आए तो हमने महसूस किया कि कुछ रन शॉर्ट रह गए। शुरुआती 3-4 ओवर काफी चुनौतीपूर्ण थे और काफी मूवमेंट था। मुझे लगा कि 180 का स्कोर पिच के लिए सही था। पहले छह ओवर टेस्ट क्रिकेट की तरह लगे। अन्य विकेटों की तुलना में यहां नई गेंद तेज थी। और फिर बाद में बल्लेबाजी आसान हो गई।
फाफ डु प्लेसिस का मानना है कि उनका सीजन शानदार रहा और जिस तरह से बैंगलोर की टीम पूरे टूर्नामेंट में खेली, उस पर उन्हें गर्व है। बैंगलोर के कप्तान ने यह भी कहा कि फ्रेंचाइजी के लिए शानदार सीजन रहा है। मेरा पहला सीजन रहा है और हम जहां भी गए वहां देखा कि प्रशंसक कितने खास होते हैं। सभी को हमारा सपोर्ट करने के लिए धन्यवाद। हमारे लिए कुछ अविश्वसनीय प्रदर्शन हुआ। वास्तव में राजस्थान टीम हमसे ज्यादा इसकी हकदार थी।