क्रिकेट हमेशा से बल्लेबाजों का गेम माना जाता है, और टी-20 फॉर्मेट के आने के बाद से यह बाद साबित भी हुई। एक गेंदबाज होने के नाते 20-20 क्रिकेट में तेजी से रन बनाने से बल्लेबाज पर नियंत्रण रखना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए, एक गेंदबाज जो एक किफायती स्पैल के साथ-साथ बल्लेबाज को नियंत्रण में रखने की क्षमता रखता है, वह क्रिकेट से इस छोटे प्रारूप में टीमों के लिए वरदान के समान है।
आइए हम उन पांच भारतीय गेंदबाजों पर एक नजर डालें जिन्होंने टीम इंडिया के लिए सबसे किफायती स्पैल फेंके हैं।
रविचंद्रन अश्विन, साल 2016
भारत छह साल पहले साल 2016 में विशाखापटनम में श्रीलंका के खिलाफ खेल रहा था। भारत के तत्कालीन कप्तान एमएस धोनी ने अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को अटैक के लिए लाया। अश्विन ने श्रीलंकाई टीम के चार बड़े विकेट झटके थे। अश्विन ने अपने चार ओवर के कोटे में केवल 8 रन देकर ये चार विकेट हासिल किए थे। उन्होंने अपने इस कोटे में एक मेडन ओवर भी डाला था।
हर्षल पटेल, साल 2022
हर्षल पटेल इंडियन टी-20 लीग के दौरान डेथ ओवरों में अपनी शानदार गेंदबाजी के लिए सुर्खियों में आए थे। बाद में, इंडियन टी-20 लीग में उनके शानदार प्रदर्शन के दम पर, उन्हें भारत की राष्ट्रीय टीम में चुना गया। विशेष रूप से, वह उस टीम का हिस्सा थे जिसने जून में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 श्रृंखला खेली थी।
पटेल ने अपने किफायती स्पैल से सभी को चौंका दिया। उन्होंने एक मैच में फेंके गए दो ओवरों में केवल 3 रन दिए और एक विकेट भी अपने नाम किया।
दीपक चाहर, साल 2019
भुवनेश्वर कुमार, साल 2022
भारत और अफगानिस्तान एशिया कप 2022 के सुपर-4 चरण में एक दूसरे के खिलाफ खेल रहे थे। हालांकि, यह बस एक औपचारिक मैच था। पहले बल्लेबाजी करते हुए, भारतीयों ने कोहली के तेजतर्रार शतक की मदद से कुल 212 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
इसके बाद सीनियर तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का बेहतरीन स्पेल आया, उन्होंने चार ओवरों के अपने कोटे में केवल चार रन देकर पांच विकेट लिए। भुवी ने अपने स्पैल में एक मेडन ओवर भी फेंका।
भुवनेश्वर कुमार, साल 2014
भुवनेश्वर कुमार जैसा गेंदबाज इस तरह की लिस्ट में न दिखें ऐसा हो नहीं सकता। भारत साल 2014 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मीरपुर में 20-20 वर्ल्ड कप का खेल खेल रहा था। भुवनेश्वर टीम इंडिया के लिए उस मैच में प्लेइंग इलेवन का भी हिस्सा थे।
उन्होंने अपने गेंदबाजी के आंकड़ों से सभी को चौंका दिया था क्योंकि उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में केवल तीन रन दिए थे। हर कोई यह देखकर चकित रह गया कि वह भारत के लिए कितना किफायती था।