15 नवंबर 2022 को इंडियन टी-20 लीग की सभी फ्रेंचाइजी ने रिटेन और रिलीज किए गए खिलाड़ियों की लिस्ट सौंपी है। इसके साथ ही, टीमों ने दूसरी टीम से ट्रेड किए गए खिलाड़ियों की अपनी सूची भी साझा की है। ऐसे में सभी टीमें कोशिश करेंगी की वह एक मजबूत टीम बनाए।
गौरतलब है कि, इस टूर्नामेंट का अगला सीजन भी होम एंड अवे फॉर्मेट में खेला जाएगा, जिसमें सभी दस टीमें अपने घरेलू मैच अपने निर्धारित स्थानों पर खेलेंगी। ऐसे में सभी फ्रेंचाइजी अपने घरेलू दर्शकों के सामने प्रदर्शन करने को बेताब होंगी।
इस बीच, आइए एक नजर डालते हैं इंडियन टी-20 लीग के कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स पर जो शायद कभी नहीं टूट सकते।
1. सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर- 175* (क्रिस गेल)
टी-20 क्रिकेट में बेहतरीन बल्लेबाजों की बात करें तो वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज क्रिस गेल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। इस महान बल्लेबाज ने साल 2013 में एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की सपाट पिच पर खेले गए एक मैच में पुणे के गेंदबाजों को पर कहर बरपाया था। केवल 66 गेंदों में नाबाद 175 रनों की शानदार पारी खेलते हुए उन्होंने टूर्नामेंट के इतिहास में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकार्ड बनाया है।
उस पारी में गेल ने 17 छक्के और 13 चौके लगाए थे, जो इंडियन टी-20 लीग की एक पारी में किसी बल्लेबाज द्वारा सर्वाधिक बाउंड्री थी। यह एक अटूट रिकॉर्ड है। बता दें कि उस मैच में गेल की तरह डिविलियर्स ने 8 गेंदों पर 31 रनों की तूफानी पारी खेली थी, जिसके बाद बैंगलोर का कुल रन 263 पहुंच गया था।
2. टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा छक्के- 375 (क्रिस गेल)
क्रिस गेल के कई टी-20 बल्लेबाजी रिकॉर्डों में से यह भी एक ऐसा रिकार्ड है जिसके टूटने की संभावना कम है। बता दें कि, गेल ने इंडियन टी-20 लीग की 141 पारियों में 357 छक्के लगाए हैं। हालांकि, एबी डिविलियर्स 170 पारियों में 251 छक्कों के साथ गेल से काफी पीछे हैं। अब उनके रिकार्ड के नंबर भी नहीं बढ़ सकते क्योंकि इस महान बल्लेबाज ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
इस लिस्ट में रोहित शर्मा तीसरे नंबर पर आते है, उन्होंने 208 पारियों में 227 छक्के लगाए हैं। वह लिस्ट में टॉप पांच खिलाड़ियों में केवल दो खिलाड़ियों में से एक है जो अभी भी टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। हालांकि, शर्मा अपने करियर के अंत के करीब हैं और गेल के स्कोर के करीब आने के लिए उनके पास उतना समय नहीं। उन्हें इस रिकार्ड तो तोड़ने के लिए काफी आक्रामक बल्लेबाजी करनी होगी, जो शायद ही उनके बस की बात नहीं है।
3. एक सीजन में सबसे ज्यादा रन: साल 2016, 973 रन (विराट कोहली)
साल 2016 के सीजन में, तत्कालीन बैंगलोर कप्तान विराट कोहली अपने पूरे फॉर्म में थे और उन्होंने ताबड़तोड़ रन बनाए थे। कोहली ने उस सीजन में चार शतक और सात अर्द्धशतक की मदद से 973 रन बनाए थे। हालांकि, वह बस ए छोटे से अंतर से 1000 रन के आंकड़े को पूरा नहीं कर पाए थे। अपनी शानदार बल्लेबाजी के बदौलत उन्होंने टीम को फाइनल तक पहुंचाया था, लेकिन वे हैदराबाद से हार गए थे।
एक और बल्लेबाज था जिसके लिए साल 2016 का सीजन काफी अच्छा गया था। डेविड वॉर्नर ने उस सीजन में 848 रन बनाए थे। वहीं, साल 2016 में कोहली द्वारा लगाए चार शतकों ने एक ही सीजन में सबसे अधिक शतकों का रिकॉर्ड भी बनाया है, जिसके टूटने की संभावना बेहद ही कम है।
4. बतौर कप्तान सबसे ज्यादा बार फाइनल खेलना- एमएस धोनी
पहले सीजन के बाद से, एमएस धोनी चेन्नई टीम का नाम और चेहरा रहे हैं। धोनी के नेतृत्व में चेन्नई ने चार इंडियन टी-20 लीग खिताब जीते, लेकिन उन्होंने 5 फाइनल मुकाबले भी हारे हैं। बता दें कि, चेन्नई केवल दो बार साल 2020 और 2022 में प्लेऑफ में जगह बनाने में नाकाम रही है।
टीम को प्लेऑफ और फाइनल तक पहुंचाने में धोनी की निरंतरता काबिले तारीफ है। उन्होंने अपना आखिरी खिताब साल 2021 सीजन में जीता था। बता दें कि धोनी साल 2023 में फिर से चेन्नई की कप्तानी करेंगे, और ये शायद उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। धोनी का यह रिकार्ड शायद कभी नहीं टूटेगा।
5. सबसे लंबी विनिंग स्ट्रीक- 10 (कोलकाता)
गौतम गंभीर के नेतृत्व वाली कोलकाता टीम, टी-20 क्रिकेट में सबसे प्रमुख टीमों में से एक थी, जिसने दो इंडियन टी-20 लीग खिताब और एक चैंपियंस लीग फाइनल जीता था। साल 2014-15 सीजन के दौरान, कोलकाता ने लगातार 10 मैच जीते थे, जो टूर्नामेंट में किसी भी टीम की सबसे लंबी जीत की स्ट्रीक थी।
साल 2014 में, अपने पहले सात मैचों में से केवल दो मैच जीतने के बाद, कोलकाता ने लगातार नौ गेम जीतें जिसमें फाइनल मैच भी शामिल था। उन्होंने जीत के साथ साल 2015 सीज़न की शुरुआत की, जिससे उनकी जीत की स्ट्रीक 10 मैच हो गई। हालाँकि, अपना दूसरा मैच हारने के बाद उनकी स्ट्रीक समाप्त हो गई। अब जब हर टीम एक से बढ़कर एक है, ऐसे में लगातार 11 मैच जीतना नामुमकिन सा है।