गुजरात की टीम 15वें संस्करण से इंडियन टी-20 लीग में डेब्य करने जारी रही है। लीग में नई होने के बावजूद मेगा नीलामी में गुजरात फ्रेंचाइजी ने विश्व स्तरीय खिलाड़ियों का चुनाव किया और इसलिए कागज पर गुजरात की टीम काफी संतुलित नजर आ रही है। किसी को आश्चर्य नहीं होगा अगर वे अपने डेब्यू संस्करण में ही खिताब जीत लें। आज हम बात करेंगे ऐसे पांच बिंदुओं पर, जिसकी वजह से गुजरात की टीम इंडियन टी20 लीग 2022 की चैंपियन बन सकती है।
1. अनुभव
गुजरात टीम के पास कई अनुभवी खिलाड़ी हैं। उनके पास डेविड मिलर, मैथ्यू वेड और रिद्धिमान साहा जैसे खिलाड़ी हैं। ये तीनों लंबे समय से क्रिकेट खेल रहे और टी-20 क्रिकेट का भी इन्हें काफी अनुभव है। गेंदबाजी में मोहम्मद शमी और लॉकी फर्ग्युसन भी हैं। हालांकि राशिद खान अभी भी युवा हैं, लेकिन उन्हें टी-20 क्रिकेट का दिग्गज कहा जाए तो आश्चर्य नहीं होगा।
2. टॉप क्लास फिनिशर
गुजरात की टीम में निचले मध्यक्रम में अच्छे बल्लेबाज मौजूद हैं। मिलर, हार्दिक पांड्या और राहुल तेवतिया जैसे बल्लेबाजों को पांच, छह और सात नंबर पर बल्लेबाजी करने की उम्मीद है। ये तीनों फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं और अकेले दम पर गुजरात को मैच जीता सकते हैं।
3. दमदार स्पिनर
इंडियन टी-20 लीग में स्पिन गेंदबाजों ने हमेशा से बड़ी भूमिका निभाई है। ऐसा देखा गया है कि खिताब जीतने वाली हर टीम के लिए उसके प्रमुख स्पिनर ने अच्छा प्रदर्शन किया है। जहां तक पांड्या की अगुवाई वाली टीम में स्पिनरों की बात है तो उसके पास राशिद खान और राहुल तेवतिया के रूप में दो लेग स्पिनर हैं। इसके अलावा फ्रेंचाइजी के पास साई किशोर और जयंत यादव भी हैं, जो रन गति को रोकने की क्षमता रखते हैं।
4. ऑलराउंडर्स की भरमार
गुजरात के पास ऑलराउंडरों की भरमार है। विजय शंकर हो या गुरकीरत सिंह दोनों ही शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी कर सकते हैं और कुछ ओवर गेंदबाजी भी कर सकते हैं। वहीं कप्तान हार्दिक पांड्या और राहुल तेवतिया भी ऑलराउंडर के रूप में मौजूद हैं। यहां तक कि युवा विक्की ओस्तवाल ने भी अंडर-19 विश्व कप 2022 के दौरान अपनी क्षमता दिखाई। डोमिनिक ड्रेक्स एक और आक्रामक ऑलराउंडर हैं जो बेहतरीन कर सकते हैं। कम से कम राशिद खान और जयंत यादव भी गेंदबाजी के साथ बल्ले से रन बना सकते हैं।
5. मजबूत पेस अटैक
गुजरात टीम की गेंदबाजी मजबूत दिख रही है। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के साथ लॉकी फर्ग्युसन गेंदबाजी आक्रमण संभालेंगे। दोनों ही 140 से अधिक की गति से गेंदबाजी करते हैं और साथ ही डेथ ओवरों में भी घातक साबित होते हैं। वहीं अल्जारी जोसेफ का नाम कौन भूल सकता है, जिन्होंने दो साल पहले मुंबई की ओर से खेलते हुए हैदराबाद के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में 12 रन देकर 6 विकेट लिए थे और इंडियन टी-20 लीग इतिहास के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड अपने नाम किया। वहीं वरुण एरोन और प्रदीप सांगवान भी मौजूद हैं।