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Punjab Kings ( Image Credit: Twitter)
पंजाब उन कुछ टीमों में से एक है, जिसने अभी तक एक बार भी इंडियन टी-20 लीग का खिताब नहीं जीता है। कई दफा अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद पंजाब के फैंस और फ्रेंचाइजी को हर सीजन के अंत में निराशा ही हाथ लगी। पंजाब की टीम आखिरी बार 2014 में प्लेऑफ में पहुंची थी।
वहीं इस साल फ्रेंचाइजी के प्रबंधन ने मेगा नीलामी के दौरान कुछ दमदार खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया है। इससे मयंक अग्रवाल की अगुवाई वाली टीम कागजों पर काफी मजबूत दिखाई दे रही है। तो क्या वे इस बार अपना पहला खिताब जीत सकते हैं? आज ऐसे पांच कारणों के बारे में बात करेंगे, जिनकी वजह से पंजाब इंडियन टी-20 लीग का 15वां संस्करण जीत सकता है।
1. आक्रामक बल्लेबाज-
पंजाब के पास आगामी संस्करण के लिए कई विस्फोटक बल्लेबाज हैं। उनका दिन होने पर वे किसी भी विशाल लक्ष्य का पीछा कर सकते हैं। मयंक अग्रवाल और शिखर धवन इस टी-20 लीग के धाकड़ बल्लेबाजों में एक हैं। वहीं जॉनी बेयरस्टो भी काफी समय से टी-20 क्रिकेट खेल रहे हैं। इसके अलावा लियाम लिविंगस्टोन और शाहरुख खान ने भी हाल के दिनों में काफी परिपक्वता दिखाई है।
2. टॉप क्लास के ऑलराउंडर-
टी-20 क्रिकेट में क्वालिटी ऑलराउंडर हमेशा अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। पंजाब की इस फ्रेंचाइजी के पास भी ऑलराउंडर्स की कमी नहीं है। लिविंगस्टोन ने अपनी गेंदबाजी पर काम किया है और वह एक मैच में लगातार चार ओवर फेंक सकते हैं। ऋषि धवन और ऑडियन स्मिथ भी शानदार फॉर्म में हैं। U19 विश्व कप के दौरान राज बावा ने भी अपनी क्षमता दिखाई। यहां तक कि हरप्रीत बराड़ पंजाब के लिए काफी अहम रोल निभा सकते हैं। ये ऑलराउंडर टीम की बल्लेबाजी की गहराई को भी मजबूत करते हैं।
3. भरोसेमंद तेज गेंदबाज-
2014 के फाइनलिस्ट के पास इस बार शानदार पेस अटैक है। कगिसो रबाडा के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करने की उम्मीद है। वह नई गेंद से गेंदबाजी के अलावा डेथ में घातक गेंदबाजी करते हैं। उनके साथ अर्शदीप सिंह होंगे, जिन्हें मेगा नीलामी से पहले फ्रेंचाइजी ने रिटेन किया था। इसके अलावा, संदीप शर्मा और ऑडियन स्मिथ भी उपयोगी साबित हो सकते हैं।
4. युवा और अनुभव का सही कॉम्बिनेशन-
पंजाब के पास युवा और अनुभव का सही कॉम्बिनेशन है। खान, बावा और बराड़ जैसे प्रतिभाशाली युवाओं के प्लेइंग इलेवन में जगह मिलने और मैदान पर उतरकर अपनी प्रतिष्ठा को मजबूत करने के इच्छुक होंगे। यहां तक कि राहुल चाहर और अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ी भी अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखना चाहेंगे। अनुभवी खिलाड़ियों की बात करें तो शिखर धवन, बेयरस्टो, कप्तान अग्रवाल और ऋषि धवन से काफी उम्मीदें हैं।
5. बेंच स्ट्रेंथ-
हर टीम भविष्य की योजनाओं को साथ लेकर चलती है। ऐसे में पंजाब के पास भी बैकअप विकल्प के रूप में अच्छा बेंच स्ट्रेंथ है। ईशान पोरेल एक ऐसा नाम है, जिसे टूर्नामेंट के शुरुआती चरण के दौरान मौका नहीं मिल सकता है। यहां तक कि नाथन एलिस, भानुका राजपक्षे के रूप में विश्वसनीय खिलाड़ी हैं, जो किसी भी खिलाड़ी के चोटिल होने या फॉर्म खोने पर प्लेइंग इलेवन में जगह बना सकते हैं। इस प्रकार अगर पंजाब के लिए चीजें थोड़ी मुश्किल होती हैं तो प्रबंधन को चिंता करने की जरूरत नहीं है।