इंडियन टी-20 लीग 2022 संस्करण के लिए मेगा ऑक्शन 12 और 13 फरवरी को बैंगलोर में होने वाला है। अब तक 1214 खिलाड़ियों ने ऑक्शन के लिए अपना नाम दर्ज कराया है। लीग के इतिहास में ऐसे कई खिलाड़ी भी हुए हैं, जिन पर खूब पैसों की बरसात हुई है। इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने अच्छा किया, लेकिन कुछ खिलाड़ियों ने अपनी कीमत के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया। आइए नजर डालते हैं उन कुछ सबसे खराब ऑक्शन पर, जिनमें खिलाड़ियों को अधिक कीमत पर खरीदा गया।
क्रिस मॉरिस (राजस्थान-16.25 करोड़ रुपये)
क्रिस मॉरिस 2021 सीजन में आईटीएल ऑक्शन में सबसे अधिक कीमत पर खरीदे जाने वाले खिलाड़ी हुए, जिन्हें राजस्थान 16.25 करोड़ रुपये में खरीदा। टीम को इस ऑलराउंडर से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। क्रिस मॉरिस ने 11 मैचों में 13 से अधिक की औसत से केवल 67 रन बनाए। हालांकि वह सीजन में 15 विकेट लेने में कामयाब रहे थे। वहीं राजस्थान ने 2022 मेगा ऑक्शन से पहले साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी को रिलीज कर दिया।
वरुण चक्रवर्ती (पंजाब- 8.4 करोड़ रुपये)
मिस्ट्री स्पिनर का साल 2018 में तमिलनाडु के लिए खेलते हुए घरेलू सर्किट में अच्छा सीजन था। उनके प्रदर्शन के कारण पंजाब ने उन्हें 2019 में 8.4 करोड़ रुपये में खरीदा। गेंदबाज ने उस वर्ष केवल एक बार पंजाब के लिए मैदान में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने टीम के लिए एक भी मैच नहीं खेला और 2020 में टीम ने चक्रवर्ती को रिलीज कर दिया। वह 2021 में कोलकाता के लिए खेले और टीम के साथ उनका सीजन अच्छा रहा।
युवराज सिंह (दिल्ली-16 करोड़ रुपये)
साल 2015 में बैंगलोर द्वारा रिलीज किए जाने के बाद दिल्ली फ्रेंचाइजी ने भारत के दिग्गज के लिए बोली लगाई। युवराज सिंह ने बैंगलोर के लिए अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन वह दिल्ली के लिए इस प्रदर्शन को दोहरा नहीं सके। उन्होंने 20 से कम औसत से सिर्फ 248 रन बनाए, जिसके बाद उन्हें अगले सीजन में दिल्ली ने रिलीज कर दिया। अभी भी किसी भारतीय खिलाड़ी के लिए 16 करोड़ रुपये सबसे ऊंची बोली है और कुल मिलाकर दूसरी सबसे बड़ी बोली है।
टाइमल मिल्स (बैंगलोर-12 करोड़ रुपये)
बैंगलोर के लिए ऑक्शन में कुछ बुरे निर्णय साबित हुए हैं, लेकिन साल 2017 में टाइमल मिल्स के लिए 12 करोड़ की बोली लगाना उनका सबसे खराब निर्णय साबित हुआ। काउंटी क्रिकेट में मिल्स के प्रदर्शन के बाद आईटीएल में उन्हें काफी अधिक बोली पर अनुबंधित किया गया। उस सीजन में उन्होंने केवल पांच मैच खेले और पांच विकेट लिए।
जयदेव उनादकट (राजस्थान-11.5 करोड़ रुपये)
राजस्थान ने उनादकट के लिए 2018 के ऑक्शन में 11.5 करोड़ रुपये की बोली लगाई, लेकिन प्रबंधन के लिए यह फैसला पूरी तरह विपरीत साबित हुआ। एक साल पहले उन्होंने पुणे के लिए शानदार प्रदर्शन किया और टीम को फाइनल तक पहुंचाने में भूमिका निभाई। राजस्थान के लिए उन्होंने करीब 10 की इकोनॉमी से 11 विकेट लिए। उन्हें अगले सीजन में राजस्थान ने रिलीज कर दिया, लेकिन राजस्थान ने फिर से 2019 में उन्हें 3 करोड़ रुपये में खरीदा।