भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या काफी समय से अपनी फिटनेस को लेकर समस्याओं का सामना कर रहे हैं और टी-20 विश्व कप के बाद हाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के लिए उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया। इस बीच हार्दिक पांड्या ने चयनकर्ताओं से कहा है कि वे कुछ समय के लिए उन पर विचार न करें, क्योंकि वह पूरी तरह से फिटनेस हासिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
फिटनेस पर ध्यान देने के उद्देश्य से हार्दिक ने लिया फैसला
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पांड्या पूरी तरह से गेंदबाजी के रूप में वापसी करना चाहते हैं और इसलिए उन्होंने चयनकर्ताओं से उन्हें कुछ समय देने के लिए कहा है। हार्दिक पांड्या भारत के टी-20 विश्व कप टीम का हिस्सा थे, जहां उन्होंने पांच मैचों में बिना कोई विकेट लिए केवल दो बार गेंदबाजी की। हालांकि हार्दिक को टीम में शामिल करने के दौरान मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने कहा था कि वह अपने गेंदबाजी का कोटा पूरा करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
हार्दिक पांड्या ने अपनी फिटनेस पर ध्यान देने के उद्देश्य से चयनकर्ताओं से कहा है कि वह कुछ समय के लिए उनके नाम पर विचार न करें। बता दें कि पांड्या 2019 में सर्जरी कराने के बाद से लगातार पीठ की समस्या से जूझ रहे हैं और वह टी-20 विश्व कप 2021 और आईपीएल में गेंदबाजी नहीं कर पाये थे।
आईपीएल में नहीं की गेंदबाजी
हाल में यूएई में समाप्त हुए टी-20 विश्व कप से पहले आईपीएल के दौरान ही हार्दिक पांड्या की गेंदबाजी फिटनेस पर लगातार नजर रखी जा रही थी, लेकिन उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए टूर्नामेंट के दोनों चरणों के 12 मैचों में से किसी भी मैच में गेंदबाजी नहीं की थी। वास्तव में हार्दिक पांड्या ने आईपीएल में 2019 के दौरान गेंदबाजी की थी और आईपीएल के 2020 सीजन में उन्होंने एक शुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेला।
भारत ने हाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में 3-0 से जीत हासिल की, जिसमें हार्दिक पांड्या टीम का हिस्सा नहीं थे। यह भी माना जा रहा है कि वह साउथ अफ्रीका दौरे के लिए भी टीम में शामिल नहीं होंगे। हालांकि साउथ अफ्रीका में कोरोना महामारी संकट के बीच भारत का अफ्रीका दौरा अभी अनिश्चित है।
हार्दिक के गेंदबाजी फिटनेस चिंता के बीच टी-20 विश्व कप में कप्तान विराट कोहली उन्हें एक शुद्ध बल्लेबाज के रूप में टीम में शामिल करने के पक्ष में थे। कोहली ने अक्टूबर में टी-20 विश्व कप अभियान शुरू करने से पहले कहा था कि वह उस तरह के बल्लेबाज हैं जो नंबर-6 आक्रामक बल्लेबाजी कर सकते हैं।