वेस्टइंडीज दौरे पर मौजूद भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने टेस्ट और वनडे सीरीज में अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया मगर जारी पांच मैचों की टी-20 सीरीज के शुरुआती दो मुकाबलों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ईशान किशन को तीसरे टी-20 मैच से पहले टीम से बाहर कर यशस्वी जायसवाल को मौका दिया गया। इस बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने ईशान किशन के बारे में अपने यूट्यूब चैनल पर एक चौंकाने वाला बयान देकर सुर्खियां बनाई है।
आईपीएल में प्रदर्शन करना और देश के लिए खेलना अलग बात है- आकाश चोपड़ा
टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन का प्रदर्शन वनडे और आईपीएल मुकाबलों में शानदार रहा है। मगर टी-20 मुकाबलों में किशन अपना स्वाभाविक खेल दिखाने में नाकाम रहें। ईशान किशन के आंकड़े इसी बात की ओर इशारा करते हैं।
बता दें कि ईशान किशन का वनडे मैचों में औसत 46.27 और स्ट्राइक रेट 107.43 रन बनाए मगर, टी-20 मुकाबलों में उनकी औसत गिरकर 24.50 और स्ट्राइक रेट 121.63 हो जाती है। वहीं आईपीएल की बात करें तो उसमें ईशान किशन की औसत 29.42 है और उन्होंने 134.26 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
इन्हीं आंकड़ों पर बात करते हुए आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि " ईशान किशन ने वनडे क्रिकेट में ओपनर के रूप में दोहरा शतक लगाया है, लेकिन टी20 में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। आईपीएल के प्रदर्शन को इंटरनेशनल मुकाबलों के साथ प्रदर्शन के तौर पर नहीं देखना चाहिए। आईपीएल में, आपके पास 14 मैचों का एक लंबा सीज़न होता है, यदि आप टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हैं और एक अहम खिलाड़ी हैं, जैसे ईशान किशन मुंबई इंडियंस के लिए हैं, तो आपकी जगह सुरक्षित है और आप एक तरह से खेलते रहते हैं।"
आप जानते हैं कि बहुत सारे मैच हैं। मगर जब आप देश के लिए टी-20 मुकाबले खेलते हैं, तो तीन महीने में एक सीरीज आती है। यदि आप उस सीरीज में अच्छी शुरुआत नहीं करते हैं, तो आप अचानक अपने प्रदर्शन के बारे में सोचना शुरू कर देते हैं क्योंकि मैचों की संख्या सीमित है और आपका स्थान अभी तक पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है, कोई न कोई आपके पीछे इंतज़ार कर रहा है।"
बता दें कि तीसरे टी-20 में ईशान किशन की जगह यशस्वी जायसवाल ने बतौर सलामी भारत के लिए बल्लेबाज डेब्यू किया था।