पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई के चयनकर्ता मदन लाल ने ऋषभ पंत को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि वह कभी भी विकेटकीपर-बल्लेबाज को भारतीय टीम का नेतत्व करने नहीं देते, क्योंकि इस रोल के लिए जिम्मेदारी की जरूरत है और पंत अभी भी युवा है।
बीसीसीआई के पूर्व चयनकर्ता ने ऋषभ पंत की कप्तानी की तुलना एमएस धोनी और विराट कोहली के नेतृत्व से की और इस बात पर जोर दिया कि पंत को कप्तानी का दावेदार माने जाने के लिए कम से कम दो साल के समय की जरूरत है। बता दें कि पंत ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी की और सीरीज 2-2 पर समाप्त हुई।
पूर्व चयनकर्ता ने पंत को लेकर दिया बड़ा बयान
मदन लाल ने स्पोर्ट्स तक पर बोलते हुए कहा मैं उन्हें कप्तान बनने से रोकता। इसकी अनुमति नहीं देता। क्योंकि इस तरह के खिलाड़ी को बाद में यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। भारत का कप्तान होना बड़ी बात है। वह युवा है। वह इतनी जल्दी कहीं नहीं जा रहे। वह जितना अधिक समय तक खेलेंगे, उतने परिपक्व होंगे।
उन्होंने आगे कहा अगले दो सालों में अगर वह खेल को अगले लेवल पर ले जा सकते हैं तो वह एक अच्छे कप्तान हो सकते हैं। चीजों को परिपक्वता के साथ निपटा सकते हैं। इस खिलाड़ी का स्वभाव अलग है। एमएस धोनी शांत स्वभाव के थे, जो उन्हें एक कप्तान के रूप में उपयुक्त बनाता था। विराट कोहली शानदार बल्लेबाज हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि पंत को बल्ला नहीं घुमाना चाहिए, लेकिन वह थोड़ी परिपक्वता के साथ खेल सकते हैं, तो यह बहुत अच्छा होगा।
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 सीरीज में खराब बल्लेबाजी के लिए ऋषभ पंत की काफी आलोचना हुई। वह लगातार ऑफ साइड के बाहर की गेंद पर गैरजिम्मेदराना शॉट खेलकर आउट हुए। उन्हें इस सीरीज के लिए कप्तान बनाया गया था, क्योंकि केएल राहुल चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गए थे।