टीम इंडिया के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) टेस्ट मैच में अपने बल्ले से इंग्लैंड के गेंदबाजों की धुनाई कर रहे हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में जबरदस्त तरीके से दोहरा शतक लगाया और उसके बाद से यशस्वी जायसवाल की ही चर्चा हर तरफ हो रही है। इस बीच पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने यशस्वी जायसवाल को लेकर एक बड़ी वार्निंग भी दी है। उनका यह बयान बेहद ही वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा है कि यशस्वी की अभी से इतनी तारीफ ना की जाए और उन्हें उनका गेम खेलने दिया जाए।
आपको बता दें कि, इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने दोहरा शतक लगाकर इतिहास रच दिया है। यशस्वी जायसवाल का टेस्ट क्रिकेट में ये पहला दोहरा शतक है। उन्होंने इस मैच में 290 गेंद पर 19 चौके और 7 छक्के की मदद से 209 रनों की पारी खेली। यशस्वी जायसवाल खेल के पहले दिन 179 रन बनाकर नाबाद थे। दूसरे दिन के पहले सेशन में उन्होंने अपना दोहरा शतक पूरा किया। वो एक छोर पर टिके रहे और बेहतरीन पारी खेली। यह दर्शाता है की वह आने वाले समय में टीम इंडिया के लिए कितने महत्वपूर्ण खिलाड़ी होने वाले हैं।
यशस्वी जायसवाल के ऊपर उम्मीदों का बोझ मत डालिए - गौतम गंभीर
यशस्वी जायसवाल की इस वक्त हर कोई तारीफ कर रहा है लेकिन गौतम गंभीर के मुताबिक अभी इस युवा बल्लेबाज को इतना हाइप नहीं करना चाहिए। उन्होंने पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा, "मैं यशस्वी जायसवाल को उनके दोहरे शतक की बधाई देता हूं लेकिन इस वक्त ज्यादा जरूरी ये है कि उन्हें उनका गेम खेलने दिया जाए। हमने पहले भी देखा है कि भारत की आदत रही है, और खासकर मीडिया की कि वो किसी भी खिलाड़ी की उपलब्धि को काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं और उन्हें हीरो की तरह बताते हैं। जब किसी खिलाड़ी के ऊपर उम्मीदों का बोझ आ जाता है तो फिर वो अपना नैचुरल गेम नहीं खेल पाता है। इसी वजह से यशस्वी को अभी और मैच्योर होने दीजिए और अपने गेम को इंज्वॉय करने दीजिए।"
आपको बता दें कि यशस्वी जायसवाल अब भारत की तरफ से दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। इसके अलावा पिछले 16 सालों में भारत के किसी भी बाएं हाथ के बल्लेबाज का ये पहला दोहरा शतक है। इससे पहले गौतम गंभीर ने ही 2008 में दोहरा शतक लगाया था।