भारत को जोहान्सबर्ग टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका ने सात विकेट से हराया, जिसके बाद सीरीज 1-1 से बराबर हो गया है। हालांकि भारत के पास दूसरे टेस्ट में ही सीरीज अपने नाम करने का एक अच्छा मौका था। भारत की हार के कारणों पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने बात की है और बताया कि टीम इंडिया की पतन का क्या कारण रहा।
गंभीर ने कहा कि मोहम्मद सिराज के चोटिल होने से भारत के आक्रमण में एक तेज गेंदबाज कम था और इससे भारत के जीतने में बहुत बड़ा फर्क पड़ा। वहीं दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने 96 रनों की नाबाद पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिलाई। इसके अलावा उन्हें अन्य बल्लेबाजों का भी साथ मिला। सीरीज बराबर करने के बाद अब उनका सारा ध्यान केपटाउन टेस्ट पर है।
भारत के दूसरे टेस्ट में हारने पर क्या बोले गंभीर
गौतम गंभीर का कहना है कि मोहम्मद सिराज के चोटिल होने से केएल राहुल के पास गेंदबाजों को रोटेट करने का पर्याप्त विकल्प नहीं था और यह एक बड़ी समस्या रही। उन्होंने कहा कि सिराज के होने से भारत के तेज आक्रमण गेंदबाजी में धार आता और स्पिनर अश्विन को भी मदद नहीं मिल रही थी। मोहम्मद शमी ने चौथे दिन गिरने वाला एकमात्र विकेट लिया।
गंभीर ने कहा, भारत चौथे तेज गेंदबाज से चूक गया। अगर मोहम्मद सिराज सौ प्रतिशत फिट होते तो केएल राहुल अपने दो प्रमुख गेंदबाज को बेहतर तरीके से रोटेट कर पाते और आप जानते हैं कि एक बार गेंद गीली हो जाने के बाद यह आर अश्विन की मदद नहीं करेगी।'
उन्होंने आगे कहा कि तो सचमुच में भारत सिर्फ तीन तेज गेंदबाजों के साथ खेल रहा था और आप जब केवल तीन तेज गेंदबाजों से शेष विकेट लेने की उम्मीद करते हैं तो उनमें से किसी को छुट्टी नहीं दे सकते। अगर सिराज फिट होते, तो पेस अटैक से बेहतर प्रदर्शन होता।
गौतम गंभीर ने कहा, 'आप चाहते हैं कि आपके तेज गेंदबाज शॉर्ट गेंदों से विपक्षी बल्लेबाजों का टेस्ट लें, लेकिन जब दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज गेंदबाजी कर रहे थे, तो उनका कद अधिक था और इसलिए उन्हें पर्याप्त दबाव नहीं डालना पड़ा। आप बुमराह से इसकी उम्मीद कर सकते हैं, लेकिन इस तरह की गेंदें शमी के पास स्वाभाविक रूप से नहीं आतीं और इसलिए उनकी ज्यादातर शॉर्ट-पिच गेंद कीपर के सिर के ऊपर से निकल गई। बुमराह की ताकत भी फुलर गेंद है।'