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Virat Kohli and Sourav Ganguly. (Photo by Kuntal Chakrabarty/IANS)
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर हर मुद्दे पर बड़ी बेबाकी से अपनी राय रखते हैं और हाल में उन्होंने विराट कोहली-सौरव गांगुली विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले का आंतरिक रूप से हल हो जाना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में उन्हें कोई विवाद नहीं दिख रहा है और उम्मीद है कि इसका आसानी से समाधान निकलेगा।
गौतम गंभीर ने टाइम्स नाउ से बातचीत के दौरान कहा कि इस मामले को बंद दरवाजों के पीछे सुलझाया जा सकता था। यह आंतरिक मामला था। हालांकि यह बहुत सारे नए चैनलों के लिए टीआरपी का जरिया बन गया, लेकिन ठीक है। उन्होंने कहा कि इस विवाद के गहराई में जाए तो मामला आसानी से सुलझ सकता है। यह इतना बड़ा मामला नहीं है।
विराट को टेस्ट कप्तानी से नहीं हटना चाहिए था
गंभीर ने टेस्ट प्रारूप में कोहली की कप्तानी की प्रशंसा की और कहा कि उन्हें लंबे प्रारूप में कप्तानी की भूमिका से हटना नहीं चाहिए था। इस बीच भारत ने अभी तक नया टेस्ट कप्तान नियुक्त नहीं किया है। हालांकि केएल राहुल और रोहित शर्मा इसके प्रमुख दावेदार हैं।
उन्होंने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो मुझे ऐसा कोई विवाद नहीं दिखता। मुझे लगता है कि कोहली को टेस्ट कप्तान के रूप में बने रहना चाहिए था, लेकिन जब उन्होंने टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया तो उन्हें वनडे कप्तानी भी छोड़नी पड़ी। सीमित ओवरों के क्रिकेट की दृष्टिकोण से बीसीसीआई और चयनकर्ता सही थे। लेकिन टेस्ट कप्तानी छोड़ने का फैसला विराट कोहली का निजी फैसला था, जिसे उन्हें जारी रखना चाहिए था।'
विराट-गांगुली विवाद की ऐसे हुई शुरुआत
बता दें कि विराट कोहली ने टी-20 विश्व कप 2021 के बाद भारतीय टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ दी। हालांकि वह वनडे कप्तान बने रहना चाहते थे। इस बीच बीसीसीआई ने उन्हें वनडे कप्तानी से हटा दिया, जिसके बाद विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तानी से हटाये जाने के समय के बार में बात की। वहीं सौरव गांगुली ने कहा था कि टी-20 कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कोहली से कहा गया, लेकिन वह नहीं माने।
इस विवाद के बीच भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज 1-2 से हार गई। सीरीज हारने के ठीक एक दिन बाद विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी से इस्तीफ दे दिया, जिससे क्रिकेट जगत में काफी हलचल मच गई। कई क्रिकेटरों और विशेषज्ञों ने इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं भी दीं। कई लोगों का मानना है कि बीसीसीआई से मतभेद के कारण उन्होंने टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया।