इंटरनेशनल टी-20 कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की हार के बाद लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इसी क्रम में भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाजी गौतम गंभीर ने कहा कि बड़े टूर्नामेंट में मैच जीतने के लिए भारतीय टीम में दृढ़ मानसिकता की कमी है। अपने शुरुआती मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट से हारने के बाद भारत को रविवार 31 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ 8 विकेट से एक और अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा।
टूर्नामेंट में लगातार दो हार के बाद टीम इंडिया के सेमीफाइनल में क्वालीफाई करने चांसेज कम हो गये हैं। भले ही टीम को सुपर-12 में 3 मुकाबले और खेलने हैं, लेकिन टीम को बहुत सी चीजों पर काम करने की जरूरत है। न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम की बल्लेबाजी पूरी तर विफल रही और टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 110 रन ही बना सकी। जवाब में न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाजी डैरेल मिचल और केन विलियमसन ने 5.3 ओवर शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया और जीत सुनिश्चित की।
गौतम गंभीर ने कही ये बातें
ईएसपीएनक्रिकइंफो पर बात करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि हां टैलेन्ट एक चीज है। आपके पास सभी कौशल है और द्विपक्षीय सीरीज में आप वास्तव में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। लेकिन जब इस प्रकार के बड़े टूर्नामेंट में खेलते हैं तो आपको प्रदर्शन करना होता है। भारत के लिए यह मैच वाकई में एक क्वार्टर फाइनल की तरह था।
अचानक से आपको पता चले कि आपको गेम जीतना है तो आप गलती नहीं कर सकते। द्विपक्षीय मैचों की बात अलग होती है, क्योंकि वहां आप गलतियां कर सकते हैं, लेकिन इस तरह के मैचों के लिए मुझे नहीं लगता है कि भारतीय टीम के पास दृढ़ मानसिकता है।
भारत के पास कौशल है और एक बहुत ही मजबूत साइड है, लेकिन दुर्भाग्य से हम इस बारे में बात करना जारी रख सकते हैं कि जब टीम अच्छा नहीं कर रही है तो हमें टीम के साथ खड़े रहने की जरूरत है। लेकिन यह एक चलन रहा है और यह लंबे समय से बड़े टूर्नामेंटों में हो रहा है, चाहे वह सेमीफाइनल हो या रविवार को खेला गया मैच हो।
भारत को टूर्नामेंट में अभी मुकाबले और खेलने है। वह अपना अगला मैच 3 नवंबर को अबू धाबी में अफगानिस्तान से खेलेगा। उसके बाद 5 नवंबर को स्कॉटलैंड और 8 नवंबर को नामीबिया से भिड़ेगा।