किसी भी खिलाड़ी को सेलेक्टर्स द्वारा बिना किसी कारण टीम इंडिया से अचानक बाहर किया जाना आम बात है। हर खिलाड़ी को अपने करियर के दौरान ऐसे दौर से गुजरना होता है। लेकिन क्या हो अगर वही खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में बल्ले से धमाल मचा दे और सबकी बोलती बंद कर दे। ऐसा ही एक वाकया मौजूदा दिलीप ट्रॉफी में देखने को मिला है। और उस खिलाड़ी का नाम है हनुमा विहारी। विहारी फिलहाल दिलीप ट्रॉफी में साउथ जोन की तरफ से खेल रहे हैं। बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे फाइनल मुकाबले में हनुमा विहारी ने शानदार प्रदर्शन किया है। इस बीच विहारी का इंडियन टीम में वापसी को लेकर दिया गया बयान सुर्खियां बना रहा है।
मैं अभी तक नहीं जानता कि मुझे टीम से क्यों ड्रॉप किया गया - हनुमा विहारी
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पिछले चक्र में भारतीय टीम का हिस्सा रहे मध्यक्रम बल्लेबाज हनुमा विहारी फिलहाल घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं। साउथ जोन और वेस्ट जोन के बीच खेले जा रहे दिलीप ट्रॉफी फाइनल में विहारी ने साउथ जोन की ओर से खेलते हुए शानदार बल्लेबाजी की और भारतीय चयनकर्ताओं को कड़ा जवाब दिया है। बारिश से बाधित मैच में विहारी ने कप्तानी पारी खेलते हुए सबसे ज्यादा 63 रन बनाकर टीम को 213 तक पहुंचने में अहम योगदान दिया। इस बीच हनुमा विहारी का बयान सुर्खियां बना रहा है।
दरअसल इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए विहारी ने बताया वो भारतीय टीम की आगामी WTC चक्र की योजनाओं में शामिल नहीं किए जाने से बेहद निराश हैं। विहारी ने बात करते हुए कहा कि ' मैं उतार-चढ़ाव देख चुका हूं, पहले भी मेरी जिंदगी में उतार-चढ़ाव आए। लेकिन मैं इससे चिंतित नहीं हूं। मैंने अपने निजी पक्षों को किनारे रख दिया है, मैं बहुत ज्यादा तनाव नहीं लेता हूं। इसके साथ मैं भारतीय टीम के लिए खेल रहा हूं या नहीं, यह बात सोचकर खुद पर दबाव नहीं बढ़ने देता हूं। मेरा लक्ष्य हमेशा जीतना होता है। इस वक्त दिलीप ट्रॉफी में साउथ जोन के लिए खेल रहा हूं, मेरी कोशिश साउथ जोन के लिए ट्रॉफी जीतना है। मगर मैं अभी तक नहीं जानता कि मुझे टीम से ड्रॉप क्यों किया गया था।' हालांकि विहारी अजिंक्य रहाणे की वापसी को उम्मीद की तरह देखते हुए जमकर मेहनत कर रहे है।