भारत के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने भारतीय टीम को अफगानिस्तान को हल्के में नहीं लेने की बात की है। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल टी-20 कप में अफगानिस्तान के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए भारत को उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। रैंकिंग में टॉप 10 में होने के कारण वह सुपर 12 चरण के लिए सीधे क्वालीफाई हुई और सुपर-12 के मुकाबलों में उसने स्कॉटलैंड और नामीबिया को हराया, हालांकि वह सिर्फ पाकिस्तान से हारा है।
वहीं दूसरी ओर भारत लगातर पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ हारने के बाद टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर है। सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए उसे अपने तीनों मुकाबले जीतने होंगे। साथ ही कुछ अन्य परिणामों पर भी उम्मीद करना होगा। भारत 3 नवंबर को अफगानिस्तान के बाद 5 नवंबर को स्कॉटलैंड और 8 नवंबर को नामीबिया के खिलाफ खेलेगा।
हरभजन ने कहा अफगानिस्तान अब परिपक्व टीम है
हरभजन सिंह ने कहा कि आप अफगानिस्तान को हल्के में नहीं ले सकते, वे बहुत अच्छी और परिपक्व टीम हैं। अफगानिस्तान के पास अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज हैं। राशिद खान और मुजीब उर रहमान की जोड़ी विपक्षी टीमों के लिए घातक है। यह ऐसा फार्मेट है, जिसमें आप आखिरी तक अंदाजा नहीं लगा सकते कि कौन सी टीम जीतेगी या हारेगी। पहले 6 ओवर के बाद जो टीम आगे रहेगी उसे फायदा होने की संभावना होगी।
पिछले दोनों मुकाबले जीती टीम इंडिया
इंटरनेशनल टी-20 कप में अफगानिस्तान की टीम भारत से दो बार भिड़ी है और दोनों मौकों पर भारत को जीत हासिल हुई है। हालांकि हरभजन सिंह ने माना कि रिकॉर्ड से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि जो टीम बेहतर खेलेगी वही जीतेगी।
उन्होंने कहा एक क्रिकेटर के रूप में मैं पिछले रिकॉर्ड में विश्वास नहीं करता। मुझे आंकड़े बेकार लगते हैं। जो पहले हो चुका है, हम उसकी कल्पना फिर से नहीं कर सकते। अगर ऐसा होता तो हमने पाकिस्तान को 12 बार हराया और हमें 13वीं बार भी जीतना चाहिए था।
उन्होंने कहा हम अतीत को नहीं बदल सकते हैं। ये मायने रखता है कि वर्तमान में कैसे खेलते हैं। हमने उन्हें जब हराया था, तो वे टीम के तौर पर तैयार हो रहे थे, लेकिन अब वे परिपक्व और तैयार हैं। यह एक बड़ा अंतर है। अफगानिस्तान की यह टीम अब बड़ी टीमों को हराने में सक्षम है।
जैसा कि अब भारत अगर तीनों मुकाबले जीत भी जाता है तो क्वालीफाई नहीं करेगा। भारत को अपने नेट रन रेट में सुधार के लिए अपने तीनों मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे और उम्मीद करना होगा कि न्यूजीलैंड अफगानिस्तान से हार जाये।
हरभजन सिंह ने भारतीय टीम को किया आगाह, 'अफगानिस्तान को हल्के में न लें'
हरभजन सिंह ने कहा इंटरनेशनल टी-20 कप में अफगानिस्तान के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए भारत को उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
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भारत के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने भारतीय टीम को अफगानिस्तान को हल्के में नहीं लेने की बात की है। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल टी-20 कप में अफगानिस्तान के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए भारत को उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। रैंकिंग में टॉप 10 में होने के कारण वह सुपर 12 चरण के लिए सीधे क्वालीफाई हुई और सुपर-12 के मुकाबलों में उसने स्कॉटलैंड और नामीबिया को हराया, हालांकि वह सिर्फ पाकिस्तान से हारा है।
वहीं दूसरी ओर भारत लगातर पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ हारने के बाद टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर है। सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए उसे अपने तीनों मुकाबले जीतने होंगे। साथ ही कुछ अन्य परिणामों पर भी उम्मीद करना होगा। भारत 3 नवंबर को अफगानिस्तान के बाद 5 नवंबर को स्कॉटलैंड और 8 नवंबर को नामीबिया के खिलाफ खेलेगा।
हरभजन ने कहा अफगानिस्तान अब परिपक्व टीम है
हरभजन सिंह ने कहा कि आप अफगानिस्तान को हल्के में नहीं ले सकते, वे बहुत अच्छी और परिपक्व टीम हैं। अफगानिस्तान के पास अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज हैं। राशिद खान और मुजीब उर रहमान की जोड़ी विपक्षी टीमों के लिए घातक है। यह ऐसा फार्मेट है, जिसमें आप आखिरी तक अंदाजा नहीं लगा सकते कि कौन सी टीम जीतेगी या हारेगी। पहले 6 ओवर के बाद जो टीम आगे रहेगी उसे फायदा होने की संभावना होगी।
पिछले दोनों मुकाबले जीती टीम इंडिया
इंटरनेशनल टी-20 कप में अफगानिस्तान की टीम भारत से दो बार भिड़ी है और दोनों मौकों पर भारत को जीत हासिल हुई है। हालांकि हरभजन सिंह ने माना कि रिकॉर्ड से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि जो टीम बेहतर खेलेगी वही जीतेगी।
उन्होंने कहा एक क्रिकेटर के रूप में मैं पिछले रिकॉर्ड में विश्वास नहीं करता। मुझे आंकड़े बेकार लगते हैं। जो पहले हो चुका है, हम उसकी कल्पना फिर से नहीं कर सकते। अगर ऐसा होता तो हमने पाकिस्तान को 12 बार हराया और हमें 13वीं बार भी जीतना चाहिए था।
उन्होंने कहा हम अतीत को नहीं बदल सकते हैं। ये मायने रखता है कि वर्तमान में कैसे खेलते हैं। हमने उन्हें जब हराया था, तो वे टीम के तौर पर तैयार हो रहे थे, लेकिन अब वे परिपक्व और तैयार हैं। यह एक बड़ा अंतर है। अफगानिस्तान की यह टीम अब बड़ी टीमों को हराने में सक्षम है।
जैसा कि अब भारत अगर तीनों मुकाबले जीत भी जाता है तो क्वालीफाई नहीं करेगा। भारत को अपने नेट रन रेट में सुधार के लिए अपने तीनों मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे और उम्मीद करना होगा कि न्यूजीलैंड अफगानिस्तान से हार जाये।