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Harbhajan SIngh
हरभजन सिंह भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले बेहतरीन स्पिनरों में से एक हैं। अपने 24 साल के शानदार क्रिकेट करियर में भज्जी ने कई मैच जिताऊ प्रदर्शन किए और कई पुरस्कार जीते हैं। उनके करियर में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिला है और विवादों से भी हरभजन सिंह का नाता रहा है। ऐसे ही एक विवाद में हरभजन सिंह का नाम एमएस धोनी के साथ जुड़ता रहा है।
पिछले महीने अपने रिटायरमेंट के बाद हरभजन सिंह ने कहा कि उन्हें करियर के अंतिम पड़ाव के दौरान बीसीसीआई से समर्थन नहीं मिला और कुछ बाहरी ताकतों ने उन्हें टीम से बाहर रखने में भूमिका निभाई। ऐसी बातों से अटकलें लगाई कि उनके और एमएस धोनी के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। वहीं अब हरभजन सिंह ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और अटकलों पर विराम लगाया है।
एमएस धोनी एक अच्छे दोस्त रहे हैं : हरभजन सिंह
हरभजन सिंह ने कहा कि उन्हें महेंद्र सिंह धोनी से कोई शिकायत नहीं है। वह वास्तव में सालों से अच्छे दोस्त रहे हैं। उन्हें बीसीसीआई से शिकायत हैं। उन्होंने कहा, मैं बीसीसीआई को सरकार कहता हूं। उस समय के चयनकर्ताओं ने अपनी भूमिकाओं के साथ न्याय नहीं किया। उन्होंने टीम को एकजुट होने नहीं दिया।
हरभजन सिंह ने आगे कहा कि हर कोई एक बात को अलग-अलग तरीके से व्याख्या करता है। मैं केवल यह बताना चाहता हूं कि 2012 के बाद बहुत सी चीजें बेहतर हो सकती थीं। वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, गौतम गंभीर भारतीय टीम के लिए खेलकर संन्यास ले सकते थे, क्यों वे सभी इंडियन टी-20 लीग में सक्रीय थे।
उन्होंने कहा, यह विडंबना ही है कि 2011 की चैंपियंस टीम फिर कभी एक साथ नहीं खेली! क्यों? उनमें से केवल कुछ खिलाड़ी ही 2015 विश्व कप में खेले, क्यों? बता दें कि हरभजन सिंह भारतीय जर्सी में आखिरी बार मार्च 2016 में दिखाई दिए थे, जब महेंद्र सिंह धोनी सीमित ओवरों के कप्तान थे। और यही से दोनों के बीच कथित दरार के बारे में इस तरह की बातें होने लगी थी।