भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के दम पर क्रिकेट जगत में पहचान बनाई है। पांड्या ने आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते हुए बल्ले और गेंद दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन किया और खुद को एक ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया। इसके बाद पांड्या को एमएस धोनी के नेतृत्व में भारत टीम के लिए पदार्पण करने का मौका मिला। 2016 इंटरनेशनल टी20 कप के दौरान हार्दिक पांड्या गेंद से खूब चमके, जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
विवादास्पद टिप्पणी के बाद निलंबित हुए
2016 से लेकर 2021 तक बहुत कुछ बदला। इस दौरान 28 वर्षीय खिलाड़ी को करियर के बुरे दौर से भी गुजरना पड़ा। दरअसल 2019 में एक टॉक शो के दौरान हार्दिक पांड्या ने एक विवादास्पद टिप्पणी की, जिसके लिए बीसीसीआई ने उन्हें निलंबित कर दिया था। पांड्या को उस विवादास्पद टिप्पणी के लिए लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था।
पांड्या ने हाल ही में क्रिकेट मंथली से बात करते हुए खुलासा किया कि वह दौर उनके जीवन के सबसे बुरे समय में से एक था। हार्दिक ने कहा कि मैं उस समय भारतीय क्रिकेट का बैड बॉय हो गया था। जब मैंने सुना कि मैं निलंबित हो रहा हूं। बहुत सारे क्रिकेटर जो मुझे व्यक्तिगत रूप से जानते थे, बाहर जाकर इस तरह की बात करते थे। मैंने बहुत से लोगों को यह कहते हुए सुना कि हार्दिक निलंबित हो गया है और वह इसका सामना नहीं कर पायेगा।
अभ्यास के दौरान रो देता था
पांड्या ने आगे कहा कि निलंबन के बाद वह खेल पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे और 2019 में अभ्यास पर लौटने के दौरान वह कई बार भावुक हो जाते थे। उन्होंने कहा जिस तरह से उस टॉक शो की घटना के बाद मुझे चित्रित किया गया था, उससे मैं काफी भावुक हो जाता और ट्रेनिंग के दौरान रो देता। मैं अपने खेल पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहा था, क्योंकि मुझे खुद से काफी उम्मीदें थीं।
फिलहाल हार्दिक पांड्या 17 अक्टूबर से शुरु हुए इंटरनेशनल टी20 कप में खेलते हुए दिखाई देंगे।