हार्दिक पांड्या की टी-20 विश्व कप 2021 में खराब प्रदर्शन के कारण खूब आलोचना की गई। टूर्नामेंट के दौरान वह गेंदबाजी करने में भी असमर्थ दिखाई दिए थे। हालांकि अब हार्दिक पांड्या ने इस मामले पर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि टी-20 विश्व कप टीम में उन्हें मैं बतौर बल्लेबाज चुना गया था और एक मैच में गेंदबाजी भी की थी, जहां उन्हें नहीं करना चाहिए था।
बता दें कि चयन के दौरान बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने कहा था कि पांड्या को एक ऑलराउंडर के रूप में चुना गया है और वह नियमित रूप से चार ओवर का अपना कोटा पूरा करेंगे। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि पांड्या पूरी तरह फिट नहीं थे और गेंदबाजी करने में असमर्थ साबित हुए। उन्होंने कुछ मैचों में गेंदबाजी की, लेकिन इससे टीम को ज्यादा मदद नहीं मिली।
पांड्या ने कहा पूरा दोष मुझ पर डाल दिया गया
विराट कोहली की अगुवाई में टूर्नामेंट में भारतीय टीम का अभियान बेहद खराब रहा था और टीम इंडिया ग्रुप चरण के आगे नहीं बढ़ पाई थी। चूंकि टीम में हार्दिक पांड्या बतौर ऑलराउंडर शामिल किए गए थे, इसलिए कई लोगों ने ने टीम में उनके चयन पर सवाल भी उठाए।
इस बीच अपनी आलोचना पर पांड्या ने कहा कि उन्हें लगा कि टीम की विफलता का पूरा दोष उन पर ही मढ़ दिया गया। उन्होंने कहा, 'विश्व कप में हम जिस स्थिति में थे, मुझे लगा कि सब कुछ मुझ पर डाल दिया गया। मुझे एक बल्लेबाज के रूप में टीम में चुना गया था। मैंने पहले मैच में गेंदबाजी करने के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सका। मैंने दूसरे में भी गेंदबाजी की, जब मुझे नहीं करना चाहिए था।'
ऑलराउंडर के रूप में वापसी करने के इच्छुक हार्दिक
इस बीच पांड्या पिछले साल नवंबर में हुए टूर्नामेंट के बाद से ही टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। अब वह पूरी तरह से वापसी करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। उन्होंने कहा, 'मैं एक ऑलराउंडर के रूप में खेलना चाहता हूं। अगर कुछ ठीक नहीं होता है तो मुझे नहीं पता, लेकिन मेरी तैयारी ऑलराउंडर के तौर पर खेलने को लेकर है। मैं अच्छा, मजबूत महसूस कर रहा हूं और आखिरकार समय बताएगा कि क्या होता है।'
बता दें कि टी-20 विश्व कप 2022 इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाला है। इसलिए हार्दिक पांड्या टूर्नामेंट में शामिल होने और चयन के लिए खुद को उपलब्ध कराने के लिए फिटनेस पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
हार्दिक पांड्या ने कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य विश्व कप होने पर प्रदर्शन के चरम पर होना है। वह सारी ट्रेनिंग, प्लानिंग, तैयारी वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर कर रहे हैं। वह देश के लिए विश्व कप जीतना चाहते हैं। यह उन्हें वास्तव में खुश और गौरवान्वित करेगा। यह उनके लिए एक जूनुन की तरह है।