पूर्व भारतीय क्रिकेटर डब्ल्यूवी रमन का मानना है कि भारतीय ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या भारत के कप्तान बनने वाले हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में उत्साह है कि भारत के दो टी-20 श्रृंखला आयरलैंड दौरे पर हार्दिक को कप्तान बनाया गया है। ज्ञात हो कि पांड्या ने इस साल इंडियन टी-20 लीग में गुजरात के लिए कप्तानी कि थी, इतना ही नहीं उन्होंने अंत में ट्रॉफी भी जीती।
रमन का मानना है कि जिस तरह पांड्या ने इंडियन टी-20 लीग में कप्तानी की है इससे सभी की उम्मीदे बढ़ गई हैं। उन्होंने बताया कि हार्दिक की खूबी यह है कि वह जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हैं। रमन का मानना है कि 28 साल का यह खिलाड़ी खुद के साथ दूसरों को भी प्रोत्साहित करेगा।
रमन ने न्यूज-24 स्पोर्ट्स से बातचीत के दौरान कहा कि, "इस श्रृंखला में बहुत ही रोमांच आने वाला है क्योंकि हार्दिक इस बार टीम की कप्तानी कि डोर संभालेंगे। इंडियन टी-20 लीग में उनकी कप्तानी काबिले तारीफ रही। लीग में सबसे अच्छी बात उनका आगे आकर जिम्मेदारी लेना मुझे वाकई अच्छा लगा। उम्मीद रहेगी कि वह आगे भी ऐसे खुद प्रोत्साहित रखें और अपने साथी खिलड़ियों को भी प्रेरित करें।"
हार्दिक पांड्या भारतीय टीम का अहम हिस्सा बन चुके हैं- डब्ल्यूवी रमन
रमन ने इस बारे में भी बात कि की कैसे हार्दिक एक ऑलराउंडर होने के चलते ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में दोनों तरफ से मुख्य किरदार निभाएंगे। रमन ने कहा कि, "हार्दिक एक अच्छे ऑलराउंडर हैं और ये अच्छी बात है कि उन्होंने दुबारा गेंदबाजी शुरू कर दी है, इससे भारतीय टीम वर्ल्ड कप में और ज्यादा मजबूत हो जाएगी। जैसे ही हार्दिक का खुद कि गेंदबाजी में विश्वास आ जाएगा तब से वह भारत में सबसे अहम खिलाड़ी बन जाएंगे।"
हार्दिक ने गुजरात को इसी साल इंडियन टी-20 लीग में उसकी पहली जीत दिलाई और खुद फाइनल मुकाबले में राजस्थान के खिलाफ मैन ऑफ द मैच का खिताब भी जीता। हार्दिक ने शानदार गेंदाबाजी करते हुए 4 ओवर में 17 रन देकर 3 विकेट लिए, वहीं बल्ले के साथ 30 गेंदों में 34 रन बनाकर राजस्थान के 131 के लक्ष्य को आसानी से पूरा किया।
जब रमन से पूछा गया कि क्या हार्दिक को रोहित की कमान सौंपी जाएगी तो इसपर उन्होंने कहा कि पहले हमें यह देखना होगा कि हार्दिक इस सीरीज में कैसी कप्तानी दिखाते हैं और यह इसपर भी निर्भर करेगा कि चयन समिति कैसे उनकी कप्तानी का आंकलन करेगी। उन्होंने कहा कि," हमें देखना होगा कि चयन समिति कैसे उनकी कप्तानी और निर्भरता को देखती है।"