हार्दिक पांड्या ने पहली बार कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली और अपने नेतृत्व में गुजरात को इंडियन टी-20 लीग के उसके पहले ही सीजन में चैंपियन बनाया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में गुजरात ने राजस्थान को 7 विकेट से हाराया। हार्दिक के नेतृत्व में गुजरात के ट्रॉफी जीतने के बाद उनके बचपन के कोच ने 2019 'कॉफी विद करण' शो विवाद के बाद की घटनाओं का खुलासा किया है।
दरअसल, 2019 में 'कॉफी विद करण' पॉपुलर टॉक शो में केएल राहुल और हार्दिक पांड्या एक विवादास्पद टिप्पणी करने के बाद चौतरफा आलोचना से घिर गए थे। उनके विवादास्पद बयान के कारण बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज से निलंबित कर दिया था। पांड्या के बचपन के कोच जितेंद्र सिंह ने इस बीच बताया कि भारतीय टीम से निलंबित होने के बाद वह काफी निराश थे।
पांड्या के बचपन के कोच ने खोले कई राज
जितेंद्र सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, वह पूरी रात नहीं सोया था। उन्होंने उससे कहा, तनाव नहीं लेना है। तुम बहुत जल्द भारत की ओर से खेलने के लिए वापस जाओगे। जो हो गया, वो हो गया। उसके बारे में चिंता करने का कोई फायदा नहीं। कल रिलायंस स्टेडियम आओ। अब मुस्कुराओ।
सिंह ने आगे बताया, मैंने खेलने के लिए एक बैडमिंटन कोर्ट बुक किया था, ताकि वह खेल का आनंद वापस पा सके। मैं चाहता था कि वह पसीना बहाए। इसने उसे फ्री किया और उसे एहसास हुआ कि वह एक खिलाड़ी है और खेलने के लिए पैदा हुआ है। चैट शो के लिए नहीं। कोच ने हार्दिक पांड्या के प्रोमिस को याद किया, जो उन्होंने अपने कोच से किया था। पांड्या ने कहा था, 'कोच, आप इसके बाद मेरे बारे में कोई निगेटिव बात नहीं सुनेंगे'।
हार्दिक पांड्या ने इंडियन टी-20 लीग 2022 के सीजन में न सिर्फ नेतृत्व क्षमता से, बल्कि अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन से सभी को बहुत प्रभावित किया। उन्होंने टूर्नामेंट के 15 मैचों में 44 से अधिक की औसत और 131.26 के स्ट्राइक रेट से 487 रन बनाए, जिसमें उनके नाम 4 अर्धशतक है। इसके अलावा उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 10 पारियों में 8 विकेट भी हासिल किए हैं।