भारतीय महिला टीम की उप-कप्तान हरमनप्रीत कौर ने खुलासा किया टीम की मनोचिकित्सक डॉ. मुग्धा बावरे ने न्यूजीलैंड में आगामी इंटरनेशनल महिला वनडे कप 2022 से पहले उनके खोये हुए फॉर्म को हासिल करने में मदद की थी। हरमनप्रीत पिछले कुछ समय से फॉर्म पाने के लिए जूझ रही थीं और वह न्यूजीलैंड के खिलाफ संयुक्त रूप से तीन वनडे मैच में सिर्फ 33 रन ही बना सकी।
बाद में उन्हें चौथे वनडे मैच से बाहर कर दिया गया। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार चार मैच गंवाए। हालांकि, हरमनप्रीत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पांचवें वनडे मैच में 63 गेंदों में 66 रन बनाकर फॉर्म में वापसी की और दौरे पर भारत को पहली जीत मिली। उन्होंने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन जारी रखा और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अभ्यास मैच में शतक लगाया।
मनोचिकित्सक के साथ होने से मिल रहा फायदा
अंतरराष्ट्रीय मैचों के आसपास बायो बबल प्रतिबंध और मानसिक थकान वर्तमान में खिलाड़ियों के फॉर्म में गिरावट का एक बड़ा कारक हो सकता है। हालांकि, कप्तान मिताली राज ने ड्रेसिंग रूम में स्पोर्ट्स फिजियोलॉजिस्ट की भूमिका को श्रेय दिया था। हरमनप्रीत ने उल्लेख किया कि भारतीय टीम की मनोचिकित्सक, डॉ. मुग्धा बावरे ने न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार चार हार के बाद अभियान को पटरी पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कहा कि डॉक्टर के साथ बातचीत उनके लिए महत्वपूर्ण थी।
हरमनप्रीत ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस बार हमारे साथ मु्ग्धा मैम यात्रा कर रही हैं। उन्होंने हमारी बहुत मदद की, खासकर न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले चार मैचों में। हमने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। यहां तक कि मेरा प्रदर्शन भी अच्छा नहीं था। जैसा कि हम सभी जानते हैं इंटरनेशनल वनडे कप आ रहा था और यह बहुत महत्वपूर्ण है। इसके बाद उन्होंने मुझसे बात की। उनके साथ मेरी जो भी बातचीत हुई, मैं ऐसा ही कुछ ढूंढ रही थीं।
उन्होंने कहा कि उनके साथ बात करने के बाद अच्छा लगा और इसने पिछले दो-तीन मैचों में वास्तव में मेरी मदद की है। उनका हमारे साथ होने से वास्तव में हमें मदद मिली है और मुझे यकीन है कि इससे टीम में अन्य लोगों को भी मदद मिलेगी, क्योंकि वह मैच से पहले टीम के अन्य खिलाड़ियों से लगातार बात कर रही है, जो बहुत महत्वपूर्ण है।