आगामी सीरीज के लिए ऑलराउंडर हेली मैथ्यूज को वेस्टइंडीज महिला क्रिकेट टीम की कप्तानी सौंपी गई है। वेस्टइंडीज की महिला चयन पैनल ने इस बारे में प्रस्ताव रखा था, जिसकी मंजूरी क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) ने दे दी। हेली मैथ्यूज के कप्तान बनने के ऐलान के बाद स्टेफनी टेलर की 10 साल की कप्तानी के सफर पर ब्रेक लग गया।
स्टेफनी टेलर ने साल 2012 में पहली बार एक टी-20 मुकाबले में टीम की कप्तानी की बागडोर संभाली थी। उनके नेतृत्व में टीम ने 55 टी-20 मुकाबल खेले और मे 29 मैचों में उसे जीत मिली। वहीं 62 वनडे मैचों में से 25 में जीत मिली। सिर्फ इतना ही नहीं, स्टेफनी की कप्तानी में वेस्टइंडीज ने 2016 में टी-20 वर्ल्ड कप भी जीता था। स्टेफनी के नेतृत्व में हेली मैथ्यूज कुछ वर्षों से टीम में उप-कप्तान की कमान संभाल रही थी।
बोर्ड के मुख्य चयनकर्ता एन ब्राउन जॉन को लगता है कि हेली मैथ्यूज को अब टीम लीड करने का मौका दिया जाना चाहिए जिसके बाद सोच विचार करके स्टेफनी से कप्तानी वापस लेने का निर्णय लिया गया।
7 सालों से किया टीम का नेतृत्व
चयनकर्ता ने क्रिकबज से बातचीत करते हुए बताया कि पैनल ने टीम और लीडरशिप का आँकलन किया, जिसके बाद सभी ने मिलकर यह फैसला लिया की मैथ्यूज उप-कप्तान और राष्ट्रीय टीम, बारबाडोस की कप्तानी करने के बाद अनुभवी हो गई हैं। इसके साथ ही वह खेल को बारीकियों से समझती हैं, इसलिए हमें विश्वास है कि मैथ्यूज को अब टेलर की जगह कप्तानी देने का समय आ गया है।
उन्होंने आगे कहा कि स्टेफनी ने पिछले 7 सालों से टीम का नेतृत्व किया, जो एक बड़ी उपलब्धि है और अब उन्हें अपने अनुभव और खेल की समझ के साथ अपना रुतबा बनाए रखते हुए एक ऑलराउंडर की तरह टीम में योगदान देना चाहिए।
गर्व महसूस कर रहीं हेली मैथ्यूज
मैथ्यूज ने 69 वनडे और 61 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व किया है और इतना बड़ा मौका पाकर वह काफी गर्व महसूस कर रही हैं। उन्होंने स्टेफनी के नेतृत्व को भी सराहा और आज वो जहां भी हैं उसका श्रेय स्टेफनी को भी दिया। वह अब आगे आने वाली हर मुश्किलों का सामना करके टीम को एक नए शिखर पर पहुंचाना चाहती हैं, जिसके लिए उन्होंने टेलर के साथ की उम्मीद की है।