इंडियन टी-20 लीग 2023 के लिए मिनी ऑक्शन का आयोजन पिछले साल दिसंबर में हुआ, जहां पंजाब ने बड़ी बोली लगाते हुए सैम करन को 18.5 करोड़ रुपये में अपने टीम में शामिल किया। टूर्नामेंट का पिछला संस्करण भारत में ही खेला गया था। आगामी सीजन के भी भारत में खेले जाने की उम्मीद है। टूर्नामेंट हर साल से इस बार ज्यादा रोमांचक होने वाला है, जिसमें 10 टीमें 18 मैच खेलेंगी। इस टूर्नामेंट के 75 दिनों से अधिक तक चलने की संभावना है। हालांकि, टूर्नामेंट का शेड्यूल अभी तक जारी नहीं किया गया है।
इस टूर्नामेंट में कई दफा देखा गया है कि खिलाड़ी बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट जाते हैं। तो आज के इस आर्टिकल में हम ऐसे ही तीन खिलाड़ियों के बारे में चर्चा करने वाले हैं, जो शून्य पर आउट हुए हो। ये रहे तीन खिलाड़ी, जो इंडियन टी-20 लीग इतिहास में सबसे अधिक बार शून्य पर आउट हुए।
3. पीयूष चावला (Piyush Chawla) 13 बार
पीयूष चावला की गिनती भारत के अच्छे स्पिन गेंदबाजों में होती है। हालांकि, उन्होंने कई दफा बल्ले से भी कमाल दिखाया है। उन्होंने 2014 में पंजाब के खिलाफ फाइनल में कोलकाता के लिए विजयी रन बनाए थे। हालांकि, उनके नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड भी दर्ज है। वह टूर्नामेंट 13 दफा शून्य पर आउट हुए हैं और इस दौरान उनका औसत 11.68 का रहा है।
हालांकि, हरभजन सिंह, दिनेश कार्तिक, पार्थिव पटेल, अजिंक्य रहाणे और अंबाती रायडू भी इतनी ही बार डक पर आउट हुए हैं, लेकिन वे औसत में चावल से आगे है।
2. रोहित शर्मा (Rohit Sharma) 14 बार
रोहित शर्मा की बल्लेबाजी काबिलियत पर किसी को कोई संदेह नहीं है। उन्होंने टूर्नामेंट में 227 मैचों में 30.30 की औसत और 129.89 के स्ट्राइक रेट से 5879 रन बनाए हैं। इसके अलावा वह टूर्नामेंट के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। हालांकि, फिर भी उनके नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज है। वह इंडियन टी-20 लीग में 14 बार डक पर आउट हुए हैं।
1. मंदीप सिंह (Mandeep Singh) 14 बार
मंदीप सिंह का नाम इस लिस्ट में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के साथ आता है। इस खिलाड़ी को जब भी मौका मिला है, उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। मंदीप ने टूर्नामेंट के 108 मैचों में 1692 रन बनाए हैं, लेकिन अच्छी बल्लेबाजी आंकड़े के बावजूद मंदीप के नाम न चाहते हुए भी इंडियन टी-20 लीग में सबसे अधिक 14 बार डक पर आउट होने का रिकॉर्ड दर्ज है।