वर्तमान में चल रहे 20-20 वर्ल्ड कप 2022 में रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम ने में 23 अक्टूबर को अपने पहले मैच में पाकिस्तान को रोमांचक मुकाबले में हराया। इस मैच का फैसला आखिरी गेंद पर हुआ था और पूरे मैच ने दुनिया भर के फैंस की धड़कने बढ़ा रखी थी।
टीम इंडिया ऐसी कगार पर थी जहां से उनका जीत पाना काफी मुश्किल था लेकिन विराट कोहली और हार्दिक पांडया के जोड़ी ने नामुमकिन को भी मुमकिन कर दिखाया। दोनों बल्लेबाजों ने 78 गेंदों में 113 रनों की साझेदारी बनाई। लेकिन इन दोनों में से किसी को भी मैच विनिंग रन लगाने का मौका नहीं मिला। यह भारतीय टीम के सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन थे जिन्होंने आखिरी गेंद पर 1 रन लेकर भारत को जीत दिलाई।
आपको बता दें कि, अश्विन ऐसी तनाव भरी स्थिति में थे जहां भारत यह मैच हार भी सकता था। ऐसा ही कुछ पाकिस्तान के गेंदबाज मोहम्मद नवाज के साथ हुआ था। उन्होंने ही भारत के खिलाफ इस मैच में आखिरी ओवर डाला था और वह काफी नर्वस हो गए थे। ऐसे में अश्विन ने खुलासा किया कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था वह दिनेश कार्तिक के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए थे और उन्हें ही बची एक गेंद खेलनी थी।
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रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर किया बड़ा खुलासा
अश्विन के वीडियो की बात करें तो उन्होंने उस आखिरी गेंद के बारे में बोलते हुए कहा कि, "जैसे ही मैं बल्लेबाजी करने के लिए चला गया, मैंने दिनेश कार्तिक को एक सेकंड के लिए गालियां दी और फिर मैंने बाद में सोचा, 'नहीं नहीं, हमारे पास अभी भी समय है, हम वह करके दिखाते हैं जिसके लिए हम यहां थे। मुझे ऐसा लग रहा था की मैं कितने सालों बाद पिच पर जा रहा हूँ।"
कोहली को देखकर भगवान से की प्रार्थना : अश्विन
अश्विन ने आगे कहा कि, "फिर मैंने विराट कोहली को देखा और उन्होंने मुझे बहुत सी बातें बताईं। लेकिन मैंने उन्हें देखकर एक ही बात सोची। भगवान ने आपको बहुत कुछ दिया है। तो वह मुझे कभी कैसे निराश करेगा? तो कम से कम आपके लिए, क्या मुझे ये रन नहीं बनाने देंगे?।" मैंने खुद से कहा कि, "बस गेंद को देखो, फिर उसे वहाँ मारो जहां कोई नहीं और बस दौड़ो।"
रविचंद्रन अश्विन ने आगे सोचा कि, "जैसे ही मैंने वह 1 रन लिया, मैं बहुत खुश हुआ।" उन्होंने हँसते हुए कहा, "अब मेरे घर पर कोई पत्थर नहीं फेंकेगा!"
"मैंने सोचा कि भगवान ने इस आदमी को हैरिस रउफ को सीधे सर के ऊपर से छक्के मारने में मदद की। क्या भगवान मेरी इतनी सी मदद नहीं कर सकते की एक मैं एक रन बस ले सकूँ। भगवान का शुक्र है, ऐसा हो गया। वह पल बेहद ही अच्छा था। ”