बीते रविवार को लॉर्ड्स में इंग्लैंड और भारत के बीच तीसरे वनडे के दौरान दीप्ति शर्मा ने चार्ली डीन को नॉन स्ट्राइकर एंड पर बार-बार बाहर निकलने के कारण रन आउट कर दिया था। जिसके बाद से इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई थी। कई लोगों ने इसकी सराहना की थी तो कई लोगों ने आलोचना। क्रिकेट जगत के भी कुछ खिलाड़ी इस तरह रनआउट किए जानें पर निराश हैं खासकर इंग्लैंड के क्रिकेटर। हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नियमों के अनुसार मांकडिंग को सही करार दिया गया है।
इसी बीच इंग्लैंड के ऑल राउंडर खिलाड़ी मोईन अली भी इस विवाद में अपनी भागीदारी देने के लिए कूद पड़े हैं। उन्होंने 'मांकड़' बहस पर अपनी राय साझा की है और कहा है कि इसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
अली ने इस विवाद पर अपनी राय साझा की
जहां कई पूर्व क्रिकेटरों ने दीप्ति शर्मा को खेल भावना न दिखाने के लिए उनकी आलोचना की है, वहीं कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हैं जो मानते हैं कि रन आउट क्रिकेट के नियमों के अनुसार था इसलिए इसपर बहस करने की जरूरत ही नहीं। रविचंद्रन अश्विन और पूर्व क्रिकेटर रीता डे उन कुछ लोगों में शामिल थे जो दीप्ति शर्मा के समर्थन में हैं।
हालांकि, अली ने मैच के दौरान दीप्ति शर्मा के द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना नहीं की। टेलीग्राफ द्वारा एक इंटरव्यू में बोलते हुए, उन्होंने कहा- "नहीं, यह मेरी बात नहीं है। मुझे नहीं लगता कि मैं ऐसा कभी करूंगा जब तक कि मैं वास्तव में किसी से नाराज नहीं होता। यह क्रिकेट के नियमों के अनुसार है और इसमें कुछ गलत नहीं है इसलिए लोगों के पास ऐसा करने का अधिकार है, लेकिन मैं उम्मीद करता हूँ कि यह मैच में आम बात न हो जाए और खिलाड़ी इसे बार-बार न करें। यह दर्शाता है कि आप विकेट लेने के लिए मेहनत नहीं कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि, "जब मैं बचपन में पार्क में क्रिकेट खेलता था तो भी मैंने ऐसा कभी नहीं किया है।"