2013 में भारत के खिलाफ 'बैगी ग्रीन' टोपी पाने के बाद से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्लेन मैक्सवेल का टेस्ट करियर कुछ अच्छा नहीं रहा है। दरअसल बैगी ग्रीन एक टोपी है जो उन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को दी जाती है जब वह अपने देश के लिए टेस्ट डेब्यू करते हैं और यह पूरे करियर में एक ही बार दी जाती है।
श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में खेलने के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में चुने जाने के बाद ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने अब इस फॉर्मेट के अपने करियर के बारे में खुलासा किया है। मैक्सवेल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उनकी बैगी ग्रीन टोपी पूरी तरह से खराब हो गई है और उन्हें नई टोपी की जरूरत है।
मेरी पत्नी ने कहा कि वह टोपी पूरी तरफ से खराब हो चुकी है: ग्लेन मैक्सवेल
मैक्सवेल ने बताया कि, "मेरी पत्नी ने कहा कि टोपी पूरी तरफ से खराब हो चुकी है। उसे नहीं लगता की मैं उसे फिरसे ठीक कर पाऊंगा क्योंकि अब वह बहुत ही ज्यादा खराब लग रही है। इसलिए अब मुझे नई टोपी चाहिए। मैं इस बार उसे एक शीशे के अंदर रखूंगा ताकि वह खराब न हो जाए। मैं यह भी देखने कि कोशिश करूंगा की क्या वह ठीक हो पाएगी या नहीं, क्योंकि अब थोड़ी देर हो चुकी है।"
मैक्सवेल ने अपने बयान में आगे कहा कि, "मैं लाल गेंद से थोड़ा अभ्यास करता रहता हूं की कब आने वाले टेस्ट सीरीज टूर में मेरा नाम आ जाए। लेकिन एक वक्त आप उम्मीद खो देते हैं लेकिन उसी बीच किसी का कंधे पर एक हाथ आपके लिए सब ठीक कर देता है।"
मैक्सवेल ने बांग्लादेश के खिलाफ 5 साल पहले अपना आखरी टेस्ट मैच खेला था। इस बार बाएं हाथ के बल्लेबाज ट्रेविस हेड की जगह दायें बाथ के बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल को जगह मिली है। मैक्सवेल के टेस्ट आंकड़ों की बात करें तो सिर्फ 7 मैच खेलकर मैक्सवेल ने 26.07 की औसत से 339 रन बनाएं हैं। जिसमें उनके नाम एक ही शतक है। ऑलराउंडर होने के चलते मैक्सवेल ने गेंद से 8 विकेट अपने नाम किया है। इस बार 29 जून को गाले मे होने वाले टेस्ट मैचों में मैक्सवेल शानदार प्रदर्शन करने की उम्मीद करेंगे।