आईसीसी के अंतरिम सीईओ ज्योफ एलार्डिस ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तब तक द्विपक्षीय सीरीज नहीं होगी, जब तक कि बीसीसीआई और पीसीबी इसके लिए सहमत नहीं हो जाते। 2012 में पाकिस्तान के भारत दौरे के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेले गये हैं। इसके बाद से दोनों कट्टर प्रतिद्वंदी देश सिर्फ आईसीसी और एशियाई टूर्नामेंट में एक-दूसरे के खिलाफ खेलते हुए दिखाई देते हैं।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर बोले ज्योफ एलार्डिस
इंटरनेशनल टी-20 कप 2021 में 24 अक्टूबर को दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला खेला गया, जिसमें पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से हरा दिया और इसके साथ ही 12 मैचों के जीत के सिलसिले को भी तोड़ दिया। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर ज्योफ एलार्डिस ने कहा आईसीसी दोनों एशियाई देशों के बीच संबंधों को प्रभावित नहीं कर पाएगा।
उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय सीरीज में नहीं। जाहिर तौर पर जब दोनों देश आईसीसी के इवेंट में खेलते हैं तो मजा आता है, लेकिन दोनों देशों और बोर्डों के बीच संबंध कुछ ऐसा है, जिसे आईसीसी प्रभावित करने में सक्षम नहीं है। किसी द्विपक्षीय सीरीज के लिए यदि दोनों बोर्ड सहमत हैं तो वे खेलते हैं। मुझे लगता है कि हम जमीन पर ज्यादा बदलाव नहीं देख रहे हैं।
टी-20 ओलंपिक के लिए सबसे अच्छा प्रारूप
भारत और पाकिस्तान भी 2021-23 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा हैं, लेकिन उनका एक-दूसरे के खिलाफ खेलने का कार्यक्रम नहीं है। एलार्डिस ने कहा कि अगर वे फाइनल के लिए क्वालीफाई करते हैं, तो वे तय स्थान पर खेलेंगे। उन्होंने कहा टूर्नामेंट को आगे बढ़ाने के लिए सिर्फ एक व्यावहारिक दृष्टिकोण है। अगर वे दोनों आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाते हैं, तो तटस्थ स्थान पर एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगे।
ज्योफ एलार्डिस ने यह भी कहा कि टी-20 ओलंपिक के लिए सबसे अच्छा प्रारूप है। यह सबसे छोटा प्रारूप है और एक चीज जो हमें करनी है वह है अंतरराष्ट्रीय खेल के रूप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना। टी-20 सबसे छोटा प्रारूप है और यह ओलंपिक खेलों के लिए हमारा प्रस्ताव होगा।
इस बीच शुक्रवार 12 नवंबर को कामनवेल्थ गेम्स में महिला टी-20 के कार्यक्रम की घोषणा की गई। पहले मैच में भारत और ऑस्ट्रेलिया बर्मिंघम के एजबेस्टन में आमने-सामने होंगे।