आईसीसी ने हाल ही में प्रमुख टूर्नामेंटों के आयोजन के लिए लिए मेजबान स्थानों की लिस्ट जारी की थी, जिसमें यह सामने आया कि पाकिस्तान 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करेगा। लेकिन यह किसी से छिपा नहीं है कि भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण वे एक-दूसरे के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज में नहीं खेलते हैं।
आईसीसी अध्यक्ष ने माना मुद्दा चुनौतीपूर्ण होगा
इस मामले पर आईसीसी के अध्यक्ष ग्रेग बार्कले ने कहा कि भारत का 2025 में पाकिस्तान दौरा वास्तव में चुनौतीपूर्ण मुद्दा होगा, लेकिन फिर भी आईसीसी इस मामले में कुछ नहीं कर सकता है। भारत और पाकिस्तान लंबे समय से एक-दूसरे के सरजमीं पर खेलने नहीं गये हैं।
ग्रेग बार्कले ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि हां, हम जानते हैं कि यह काम करने के लिए एक विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण मुद्दा है, लेकिन मेरे दृष्टिकोण से मैं राजनीतिक हस्तक्षेप को नियंत्रित नहीं कर सकता। मुझे उम्मीद है कि क्रिकेट भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। यह खेल ही है जो लोगों और देशों को एक साथ लाने में मदद कर सकता है। अगर ऐसा होता है, तो यह शानदार है।
द्विपक्षीय सीरीज का आकर्षण कम नहीं होगा
द्विपक्षीय सीरीज के बारे में बात करते हुए आईसीसी के सीइओ ज्योफ एलार्डिस ने कहा कि आकर्षण कम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि रोटेशन नीति और बायो बबल प्रबंधन के अनुसार अलग-अलग खिलाड़ी अलग-अलग समय पर खेलते हुए दिखाई देंगे और इससे द्विपक्षीय सीरीज की गति बनी रहेगी।
उन्होंने कहा मुझे नहीं लगता कि द्विपक्षीय क्रिकेट का आकर्षण खत्म होगा। आप खिलाड़ियों की एक अलग श्रेणी देखेंगे। विशेष रूप से उस समय जब लोग बायो बबल के अंदर और बाहर घूम रहे हैं। हाल ही में भारत में समाप्त हुई सीरीज की प्रतिक्रिया को देखते हुए ऐसा नहीं लगता है कि द्विपक्षीय क्रिकेट का आकर्षण बिल्कुल कम हो गया है।
पाकिस्तान और भारत ने एक-दूसरे के खिलाफ हाल ही में टी-20 विश्व कप 2021 के लीग मैच में खेला था, जिसमें विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।