अभी पाकिस्तान की मेजबानी में एशिया कप 2023 खेला जा रहा है। जिसमें भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन के दम पर फाइनल में जगह बना ली है। टीम इंडिया को फाइनल तक पहुंचाने में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के साथ-साथ भारतीय सलामी जोड़ी का भी अहम योगदान रहा है। कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पिछले तीन मुकाबलों से टीम को जबरदस्त शुरुआत दी है।
हालांकि क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में टीम की जीत में अहम योगदान उस टीम के सलामी बल्लेबाजों का होता है। आपने देखा होगा की दूनियाभर के सबसे महान खिलाड़ियों की फेहरिस्त में शामिल सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बतौर ओपनर बल्लेबाजी करने उतरते थे। इस दौरान उनको पारी बड़ी करने के लिए ज्यादा समय मिलता है।
इस बीच इस आर्टिकल में हम ऐसे तीन बल्लेबाजों की बात करेंगे। जो अगर बतौर सलामी बल्लेबाज नजर आते तो आज उनके नाम कई शानदार रिकॉर्ड होते।
3. सुरेश रैना
सुरेश रैना ने अपने इंटरनेशनल करियर में भारत के लिए 226 वनडे मुकाबले खेले हैं। जिसमें रैना ने 35.31 की शानदार औसत से 5615 रन बनाए हैं। इन पारियों में 5 शतक और 36 अर्धशतक शामिल है। अगर सुरेश रैना बतौर सलामी बल्लेबाज इतने मुकाबले खेलते तो रैना का औसत कुछ और होता। बता दें कि मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने के दौरान कई बार कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते बल्लेबाज को रुककर बल्लेबाजी करने का समय नहीं मिल पाता।
2. अंबाती रायडू
2019 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय चयनकर्ताओं से नाराज होकर क्रिकेट को अलविदा कहने वाले अंबाती रायडू में क्रिकेट प्रतिभा की कमी नहीं है। मगर उनको उनकी प्रतिभा के हिसाब से उतनें मौके नहीं मिल सके। रायडू ने भारत के लिए 55 वनडे मुकाबलों में 47 की औसत से 1694 रन बनाए। जिसममें से कुछ पारियों 2018 में रायडू बतौर सलामी बल्लेबाज खेलते नजर आए थे। हालांकि उसके पहले और बाद में रायडू को ओपनिंग करने का मौका नहीं मिला। अगर रायडू बतौर सलामी बल्लेबाज खेलते नजर आते तो उनके करियर के आंकड़े कुछ और होते।
1. युवराज सिंह
इस लिस्ट में अगला नाम आता है भारतीय क्रिकेट के सबसे शानदार मध्यक्रम बल्लेबाज युवराज सिंह का। युवराज सिंह ने भारत के लिए बतौर मध्यक्रम बल्लेबाज 304 वनडे मुकाबलों में 36.55 की गजब की औसत से 8701 रन बनाए हैं। जिसमें 14 शतक और 52 अर्धशतक शामिल है। आंकड़े देखकर ही आपको अंदाजा हो गया होगा की युवराज सिंह कितने शानदार बल्लेबाज रहे। अगर युवराज बतौर सलामी बल्लेबाज इतने मुकाबले खेल जाते तो उनके रनों में और इजाफा होता।