7 जून से 11 जून तक इंग्लैंड के द ओवल क्रिकेट ग्राउंड में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा। यह दूसरी बार है जब भारतीय टीम खिताब के इतने नजदीक आकर जीतने में नाकाम रही।
पहली बार पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी। तब भी भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के हाथों 8 विकेट से शिकस्त का सामना करना पड़ा था। इस बीच पूर्व भारतीय दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व कोच रवि शास्त्री ने टीम इंडिया से जुड़े एक किस्से को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है।
उनकी एक गाली के जवाब में हमें तीन गालियां देनी होगी- रवि शास्त्री
आर श्रीधर द्वारा लिखित कोचिंग बियॉन्ड माई डेज विद इंडियन क्रिकेट टीम किताब में रवि शास्त्री ने बताया कि 2021 में WTC के फाइनल में भारत का प्रवेश न तो नाटकीय था और न ही रातों-रात हुई कोई घटना। यह पिछले छह वर्षों में भारतीय टीम के मेहनत का नतीजा है, जिसकी पहली शुरुआत 2014 से हुई थी। जब एमएस धोनी के घायल होने के बाद विराट कोहली को कप्तान बनाया गया था।
शास्त्री ने आगे बताया कि 2014-15 का ऑस्ट्रेलिया दौरा भारतीय टीम के साथ उनकी पहली पूरी यात्रा थी। उसके बाद उन्होने आगे बात करते हुए कहा कि, 'मैं लंबे समय से ऑस्ट्रेलिया जा रहा हूं और मैंने देखा है कि वे अपना क्रिकेट कैसे खेलते हैं। अगर हम वहां जाएं और उसी तरह क्रिकेट खेलें जैसे पहले खेलते थे, हमारे लिए भारत लाने के लिए कुछ खास नहीं रह जाएगा।'
उन्होंने कहा, 'उनके हर कदम से हमें दो कदम आगे रहना होगा। उनके द्वारा दी गई प्रत्येक गाली के लिए हमें तीन गालियां देनी होंगी। उनके द्वारा फेंके जाने वाले प्रत्येक बाउंसर के लिए हमें तीन बाउंसर फेंकने होंगे, न केवल मैदान पर बल्कि मैदान के बाहर भी। हम ऑस्ट्रेलिया को आक्रामकता से ही हरा सकते हैं। मैं नहीं चाहता कि कोई भी डरपोक व्यक्ति उस उड़ान में बैठे।'
निर्देश स्पष्ट थे, हम बैल को उसके सींगों से पकड़ लेंगे। चाहे हम जीतें या हारें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम डरपोक क्रिकेट नहीं खेलेंगे। यह बात विराट के लिए बिल्कुल उपयुक्त थी, जैसा कि हमें जल्द ही पता चल जाएगा।