इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास में एक ओवर की छह गेंदों पर लगातार छह छक्के जड़ने का अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले पूर्व भारतीय स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह ने भारतीय टीम को 2011 में खेला गया वनडे वर्ल्ड कप जीताने में अहम योगदान दिया था। हालांकि 2011 वर्ल्ड कप के दौरान ही युवराज सिंह कैंसर की जानलेवा बिमारी का शिकार हो गए थे, जिसके लंबे इलाज के चलते युवराज को कुछ समय के लिए क्रिकेट के मैदान से दूर होना पड़ा। लेकिन उन्होंने कैंसर को मात देकर इंटरनेशनल क्रिकट में वापसी की थी। इस बीच हाल ही में अपने कमबैक को लेकर पूर्व क्रिकेटर ने बड़ा खुलासा किया है।
युवराज सिंह ने कैंसर के बाद कोहली को दिया वापसी का श्रेय
2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे युवराज सिंह को वर्ल्ड कप के दौरान ही खून की काफी उल्टियां हुई थी। मगर वर्ल्ड कप के बाद जांच में पता चला कि उन्हें कैंसर है। हालांकि इस खतरनाक बिमारी को भी हराते हुए युवराज सिंह ने एक बार फिर क्रिकेट में वापसी की। कैंसर के बाद युवराज साल 2014 वर्ल्ड कप और साल 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का हिस्सा रहे हैं।
इस बीच एक टीवी चैनल से बात करते हुए युवराज ने अपने कमबैक को लेकर खुलासा करते हुए बताया कि 'जब मैंने वापसी की तो विराट कोहली ने मेरा समर्थन किया। अगर उन्होंने मेरा समर्थन नहीं किया होता तो मैं वापसी नहीं कर पाता। लेकिन फिर वह धोनी थे जिन्होंने मुझे 2019 वर्ल्ड कप के बारे में सही राह दिखाते हुए बताया कि चयनकर्ता अब मेरी ओर नहीं देख रहे हैं।'
2011 वर्ल्ड कप तक धोनी ने जताया था भरोसा
2011 वर्ल्ड कप को लेकर युवराज ने कहा, '2011 वर्ल्ड कप तक, एमएस धोनी को मुझ पर बहुत भरोसा था और वह मुझसे कहते थे कि 'तुम मेरे मुख्य खिलाड़ी हो, लेकिन बीमारी से वापस आने के बाद सब बदल गया और टीम में कई बदलाव हुए। हालांकि जहां तक 2015 वर्ल्ड कप का सवाल है, आप वास्तव में कुछ भी निश्चित नहीं कर सकते। यह एक बहुत ही निजी कॉल था, एक कप्तान के तौर पर कभी-कभी आपको कुछ ऐसे फैसले लेने पड़ते है। '
बता दें कि युवराज सिंह ने साल 2019 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। हालांकि उससे पहले युवराज सिंह भारत के लिए 40 टेस्ट मैचों की 62 पारियों में 33.92 की औसत से 1900 रन बनाए हैं। जिसमें 3 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने वनडे में 304 मैचों में 36.55 की औसत से 8701 रन बनाए हैं। जिनमें 14 शतक और 52 अर्धशतक शामिल हैं।