भारतीय टीम 12 जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ दौरे का पहला टेस्ट मुकाबला खेलते नजर आएगी। वेस्टइंडीज दौरे के लिए चयनकर्ताओं ने चौंकाते हुए कुछ अनुभवी खिलाड़ियों को टीम से बाहर निकाल कर युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है। इस बीच वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने वाले युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल का लल्लनटॉप पर दिया गया एक बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें जायसवाल ने दिलीप ट्रॉफी के दौरान हुई घटना पर चौंकाने वाला बयान देकर खबर बनाई है।
कोई मेरी मां बहन के बारे में ऐसा बोलेगा तो मैं भी...- यशस्वी जायसवाल
यशस्वी जायसवाल को वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने का मौका दिया जा सकता है। हालांकि इस साल यशस्वी जायसवाल का प्रदर्शन आईपीएल से लेकर घरेलू क्रिकेट में शानदार रहा है। यशस्वी जायसवाल ने आईपीएल के 16वें सीजन में खेले गए 14 मुकाबलों में 163.61 की जबरदस्त स्ट्राइक रेट से 625 रन बनाए थे। जिसमें एक शतकीय और पांच अर्धशतकीय पारियां शामिल थी।
आईपीएल के अलावा घरेलू क्रिकेट में भी यशस्वी का बल्ला खामोश नहीं रहा। जनवरी 2019 में छत्तीसगढ़ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबले के जरिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करने वाले जायसवाल ने 15 मैचों में 80 से अधिक की औसत से कुल 1845 रन बनाए हैं। जिनमें दो अर्धशतक और नौ शतक शामिल हैं।
इंटरव्यू में यशस्वी जायसवाल ने खोले राज
इस बीच हाल ही में लल्लनटॉप को दिए गए अपने इन्टरव्यू में यशस्वी जायसवाल ने रहाणे की कप्तानी में खेले गए दिलीप ट्रॉफी मुकाबले में हुई पूरी घटना का खुलासा करते हुए कहा कि,
"अब उन चीज़ों के बारे में बात करने से क्या फायदा जो पहले ही हो चुकी है। आक्रामकता महत्वपूर्ण है और मैं मानसिक रूप से आक्रामक हूं। मुझे लगता है, कभी-कभी यह बात सामने आ जाती है। लेकिन मैंने उस समय कुछ भी बड़ा नहीं कहा था लेकिन यह ठीक है, चीजें होती रहती हैं। फिर इसके बारे में बात करने से क्या फायदा।"
“मैं कुछ नहीं कहना चाहता। मैं इसे अपने पास रखना पसंद करूंगा और इसे स्पंज की तरह सोख लूंगा। जब मुझे इसे निचोड़ने की जरूरत होगी, मैं दबाऊंगा। ऐसा कौन कहता है, ऐसा सबके साथ होता है। यह इस पर निर्भर करता है कि कौन क्या कह रहा है। अगर कोई मेरी मां या मेरी बहन के बारे में कुछ कहता है, तो मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा।"
बता दें कि इस घटना के दौरान वेस्ट जोन के कप्तान रहाणे ने यशस्वी को मैदान से बाहर बैठा दिया था।