भारतीय क्रिकेट बॉर्ड ने ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) को अपने राज्य चुनाव के साथ आगे बढ़ने की अनुमति देकर सभी को हैरान कर दिया है। भारतीय क्रिकेट के प्रमुख निकाय ने पहले सभी राज्य संघों को कूलिंग-ऑफ क्लॉज पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की घोषणा होने तक चुनाव नहीं कराने के लिए कहा था।
एमसीए ने इस मामले पर चर्चा के लिए 23 अगस्त (मंगलवार) को शीर्ष परिषद की बैठक भी बुलाई। लेकिन चीजें अभी जैसी चल रही हैं इसलिए चुनाव आवश्यक नहीं होगा। राज्य संघ के एक सूत्र ने बताया कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक सदस्य ने उनसे संपर्क किया है और उन्हें चुनाव के लिए हरी झंडी दी है।
क्रिकबज को एमसीए के एक सूत्र ने कहा, "एमसीए के एक अधिकारी को मंगलवार को भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक पदाधिकारी का फोन आया और उन्होंने कहा कि एसोसिएशन चुनाव करा सकती है।" इस प्रकार, जैसा कि पहले की योजना के मुताबिक एमसीए के 28 सितंबर को चुनाव कराने की बहुत संभावना है।
कूलिंग-ऑफ क्लॉज पर अभी भी कोई स्पष्टता नहीं
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने चुनाव में देरी करने के लिए एकमात्र कारण यह बताया कि वे कूलिंग ऑफ क्लॉज पर अंतिम फैसले का इंतजार करना चाहते थे। बता दें कि, बोर्ड के अध्यक्ष और सचिव, सौरव गांगुली और जय शाह को अनिवार्य कूलिंग-ऑफ अवधि की सेवा के लिए कम से कम तीन साल के लिए अपना पद छोड़ना होगा।
दोनों नहीं चाहते कि ऐसा हो और उन्होंने इस क्लॉज को खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अपील की है। यही वजह है कि एमसीए को अपने चुनाव स्थगित करने के लिए कहा गया था। ऐसे में उनके प्लान में अचानक आया बदलाव थोड़ा हैरान करने वाला है।
यह अभी भी एक पहेली है कि भारतीय क्रिकेट बोर्डरूम में राज्य के चुनाव होने की अनुमति देने के लिए क्या बदलाव आया और अब वे किस निष्कर्ष पर पहुंचे।
सौरव गांगुली और जय शाह के साथ, संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज पहले ही राज्य संघ और क्रिकेट बोर्ड में संयुक्त रूप से छह साल की सेवा कर चुके हैं। अगर फैसला बोर्ड के पक्ष में नहीं आया तो उन्हें अपनी सीट भी छोड़नी होगी।