सीजन बदल गया लेकिन हैदराबाद का खेल और उनकी किस्मत अब तक नहीं बदली। केन विलियमसन की अगुवाई वाली हैदराबाद को इंडियन टी-20 लीग 2022 में लगातार दूसरा मैच हारना पड़ा, जहां उन्हें लखनऊ ने 12 रनों से मात दी। हालांकि, इस मैच में जरूर ऑरेंज आर्मी के बल्लेबाजों ने जुझारू प्रदर्शन किया जिससे एक समय ऐसा लग रहा था कि शायद वे अपना जीत का खाता खोल लेंगे, लेकिन अंत में लखनऊ के गेंदबाज उनपर भारी पड़े।
टॉस जीतकर विलियमसन ने लखनऊ को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। वाशिंगटन सुंदर ने इस फैसले को बिल्कुल सही साबित करवा दिया जब उन्होंने क्विंटन डी कॉक और एविन लुईस को पवेलियन भेज दिया। वहीं, अपनी पुरानी टीम के सामने उतरे मनीष पांडे भी जल्द ही आउट हो गए। इसके बाद कप्तान केएल राहुल ने दीपक हुड्डा के साथ मिलकर लखनऊ को 169 रनों तक पहुंचाया, जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने अपने अर्धशतक भी पूरे किए।
इसके जवाब में हैदराबाद ने दोनों ओपनरों केन विलियमसन और अभिषेक शर्मा को जल्दी गंवा दिया। इससे मध्यक्रम पर दबाव बन गया लेकिन राहुल त्रिपाठी ने अपनी टीम को मैच में बनाए रखते हुए 44 रनों की बढ़िया पारी खेली। उनके आउट होने के बाद निकोलस पूरन और वाशिंगटन सुंदर ने मिलकर हैदराबाद को लक्ष्य के करीब पहुंचाने की कोशिश की। परन्तु आवेश खान ने 18वें ओवर में लगातार दो गेंदों पर विकेट लेते हुए मुकाबले को लखनऊ के पक्ष में कर दिया।
पराजित कप्तान केन विलियमसन:
यदि आप प्रदर्शन को देखें, तो निश्चित रूप से पहले मैच से हममें काफी सुधार हुआ था। गेंद से शुरुआत शानदार रही। हम एक मजबूत स्थिति में थे...अगर हम उस अगली साझेदारी को तोड़ देते। हुड्डा और राहुल को श्रेय। मुझे लगता है कि बल्ले के साथ कुछ झलकियां दिखीं। यह करीब था लेकिन काफी करीब नहीं था। एक अच्छी सतह की तरह लग रहा था। 170 किसी भी दिन एक चुनौती है.. अच्छा खेलना होगा। लेकिन साथ ही हम जानते थे कि यदि हम साझेदारी बना लेते और उचित शुरुआत करते तो हमारे पास पर्याप्त मारक क्षमता थी। आज यह काम नहीं किया। गेंद के साथ उनकी भूमिका वाले लोग उत्कृष्ट थे।
विजयी कप्तान केएल राहुल:
खुशी की बात यह है कि हमने हमेशा खेल में बने रहने और खुद को जीतने का मौका देने का एक तरीका ढूंढ लिया है, हमने आज फिर वही किया। पहले चार ओवरों में तीन विकेट गंवाना सही नहीं है, यह ऐसा कुछ नहीं है जो हमें नीचे लाएगा। एक बल्लेबाजी समूह के रूप में हमें यह सीखने की जरूरत है कि हम जोखिम मुक्त क्रिकेट कैसे खेल सकते हैं। गेंद के साथ हम तीनों मैचों में शानदार रहे हैं और हमें इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। आप पिच पर ज्यादा बातचीत नहीं करते। आप सलामी बल्लेबाज के रूप में बहुत अधिक योजना नहीं बनाना चाहते हैं। विकेट अच्छा हो तो हम दोनों आक्रामक रवैया अपनाते हैं। हमारे पास जेसन के आने के साथ अतिरिक्त बल्लेबाज है, जिससे हमारी योजना विरोधी टीम पर दबाव डालने की है।
क्विंटन और लुईस, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई ऑफ स्पिनर गेंदबाजी कर रहा है, क्विंटन और लुईस उस पर दबाव बनाना चाहते थे। भले ही यह इस मैच में सफल नहीं हुआ लेकिन यह हमें सीखना होगा। मैं पिछले 3-4 सीजन से उनके (हुड्डा) साथ खेल रहा हूं और हम काफी बातें करते हैं। वह नेट्स में बल्लेबाजी करना पसंद करता है और कभी बाहर नहीं आता है। वह सीखने के इच्छुक हैं, उन्हें अवसरों का इंतजार करना पड़ा है और वह उसका उपयोग कर रहे हैं। वह ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिनपर हम मध्यक्रम में भरोसा कर सकते हैं। उन्होंने आज दबाव को झेला और गेंदबाजों पर धावा बोला। वह जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे हैं, उससे वास्तव में खुश हूं। उम्मीद है कि वह आगे बढ़ते हैं तथा बेहतर होते हैं।
प्लेयर ऑफ द मैच आवेश खान:
योजना हमेशा यही रहती है कि मैं पावरप्ले और अंतिम ओवरों में विकेट कैसे ले सकता हूं। (विलियमसन का विकेट) मैं धीमी गति से गेंद डालना चाहता था क्योंकि हमें ऐसा लगा कि गेंद पिच पर पड़ने के बाद रुक रही थी। हमेशा यही योजना रहती है कि डॉट गेंदें डाली जाएं और यॉर्कर लेंथ पर गेंदबाजी करें। मुझे कप्तान और सपोर्ट स्टाफ से काफी समर्थन मिलता है और आगे भी इसी लय से गेंदबाजी करना चाहता हूं।