28 अप्रैल को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में इंडियन टी-20 लीग 2022 के 41वें मैच में दिल्ली ने कोलकाता को चार विकेट से हरा दिया। इस जीत ने दिल्ली को अपने अभियान को पुनर्जीवित करने में मदद की है क्योंकि वे अंकतालिका में अब छठे स्थान पर पहुंच गए हैं और उनका नेट रन रेट +0.695 है। दूसरी तरफ कोलकाता प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने की कगार पर खड़ी है।
दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। दिल्ली के गेंदबाजों ने शुरुआत से ही कोलकाता पर शिकंजा बनाए रखा। केवल नितीश राणा और श्रेयस अय्यर ने ही चुनौती स्वीकार करते हुए समझबूझ भरी पारियां खेलीं, जिसमें राणा ने 34 गेंदों में 57 रन बनाए वहीं अय्यर ने 37 गेंदों में 42 रन बनाए। कुलदीप यादव के तीन ओवर में 4/14 की शानदार गेंदबाजी ने कोलकाता को 146/9 पर रोक दिया।
पराजित कप्तान श्रेयस अय्यर:
हमने काफी धीमी शुरुआत की और जल्दी विकेट खो दिए। (विकेट) पर गेंद रुककर आ रही थी, लेकिन हमने अच्छा स्कोर नहीं बनाया। कोई बहाना नहीं है, हमें वापस जाकर आंकलन करना होगा कि हम क्या गलती कर रहे हैं। (शीर्ष क्रम में) काफी ज्यादा बदलाव हो रहे हैं, सही संयोजन बैठाना कठिन हो रहा है, जिसमें चोट से कोई मदद नहीं मिल रही है। हमें एकजुट होकर बेबाक क्रिकेट खेलनी होगी और बल्ले से रूणीवादी नहीं होना होगा।
(कोलकाता को क्या करना होगा) शेष पांच मैचों में हमें अच्छा प्रदर्शन करना होगा, टीम और प्रबंधन के विश्वास पर खरा उतरना पड़ेगा, बीती बातों को भुलाकर नए सिरे से शुरुआत करनी होगी। आपको बैठकर तसल्ली से सोचना पड़ेगा कि क्या गलत हो रहा है, आप अति-आत्मविश्वासी नहीं हो सकते, अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा। यदि हम फिर भी हार जाते हैं तो भी ठीक है। उमेश ने विकेट चटकाने के साथ आगाज किया लेकिन उसी ओवर में 11 रन लुटा दिए। मेरे ख्याल से वहीं पर मोड़ आया। लेकिन उन्होंने इस सीजन हमें कई अच्छे पल दिए हैं और काफी प्रभावशाली रहे हैं।
विजयी कप्तान ऋषभ पंत:
हम (डगमगाने के बारे में) सोच रहे थे क्योंकि हमने बीच में काफी ज्यादा विकेट गंवा दिए, लेकिन साथ ही हमने सोचा कि यदि हम मुकाबले को अंत तक ले जाते हैं तो हम जीत सकते हैं। मार्श का वापस आना अच्छा संकेत है। हमने अभी तक (यह सर्वश्रेष्ठ एकादश) के बारे में शत-प्रतिशत नहीं सोचा है। खलील चोटिल हो गए जिसकी वजह से हमें एक बदलाव करना पड़ा। एक बार वो वापस आ जाएं तो हमारी सर्वश्रेष्ठ एकादश होगी।
(काफी नीचे पकड़े कैच को लेकर) मैं अंत तक गेंद को देख रहा था। मैं नेट्स में काफी ज्यादा विकेटकीपिंग कर रहा हूं और यह सीजन का मेरा सर्वश्रेष्ठ कैच था। हम उन्हें (रोवमन पॉवेल) को एक फिनिशर के रूप में देखते हैं लेकिन आज की तरह यदि हम कई विकेट गंवा देते हैं तो उन्हें ऊपर आकर अपना काम करना पड़ेगा। हम अंकतालिका के बारे में नहीं सोच रहे हैं और सिर्फ एक मैच पर फोकस किए हुए हैं। हमें हमारी योजनाओं को लेकर अधिक स्पष्ट होना पड़ेगा और उसमें हम सुधार कर सकते हैं। मैंने सोचा कि हम उन्हें (कुलदीप) दूसरे छोर से अंतिम ओवर करवा देंगे लेकिन गेंद गीली होती गई और मैं गति भी बदलना चाहता था इसलिए मैंने तेज गेंदबाजों को लाया लेकिन वो काम नहीं किया।
प्लेयर ऑफ द मैच कुलदीप यादव:
मैं भले ही एक बेहतर गेंदबाज बन जाता, लेकिन मैं मानसिक रूप से पहले से ज्यादा मजबूत हूं। जब आप जीवन में गिरते हैं तो आप उसे पकड़ते हैं जिसमें आप सुधार कर सकें और वही मैंने किया। अब मैं गिरने से नहीं घबराता हूं। मुझे रसल का लिया हुआ विकेट पसंद आया क्योंकि मैंने उसे सेट अप किया था, यह मेरी योजना थी और जब कुछ गेंदें डॉट हुईं तो मैं जानता था कि वो क्रीज से बाहर निकलकर खेलेंगे। यह मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ इंडियन टी-20 लीग का सीजन है। मैं अपनी गेंदबाजी का लुत्फ उठा रहा हूं।
मैं अब उन चीजों के बारे में नहीं सोचता कि बल्लेबाज क्या करेगा और क्या मेरी गेंदें पिट जाएंगी। मेरा पूरा ध्यान सही लाइन और लेंग्थ पर गेंद फेंकने पर है। मुझे लगा कि बल्ला लगा है लेकिन सोचा कि गेंद मैदान पर छू गई है। हालांकि, जब ऋषभ ने अपील की तो मैं सकारात्मक था, वह अहम विकेट था क्योंकि श्रेयस अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। (चहल) उनके साथ कभी कोई प्रतिस्पर्धा नहीं रही है। वह मेरे बड़े भाई की तरह हैं और उन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया है। जब मैं चोटिल था, तो उन्होंने निरंतर मुझे प्रेरित किया और मैं उम्मीद करता हूं कि वो पर्पल कैप जीत जाएँ।