जब से इंडियन टी-20 लीग में दो नई टीमों के नाम का ऐलान हुआ है, तब से लगातार इससे जुड़ी खबरें सुर्खियों में रह रही हैं। अभी कुछ दिन पहले तक यह चर्चा सुनने को मिल रही थी कि लखनऊ और अहमदाबाद के सपोर्ट स्टाफ का फैसला हो गया है। फिर अब खबर आई है कि इन दोनों फ्रेंचाइजियों को मेगा ऑक्शन से पहले अपनी रिटेंशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
नई फ्रेंचाइजी को रिटेन खिलाड़ियों की सूची जमा करने की तारीख सामने आई
लखनऊ और अहमदाबाद फ्रेंचाइजी को बीसीसीआई की तरफ से 22 जनवरी की समयसीमा दी गई है। इस तारीख तक दोनों टीमों को मेगा ऑक्शन से पहले अपनी रिटेंशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। बोर्ड द्वारा सीवीसी कैपिटल के स्वामित्व वाली अहमदाबाद फ्रेंचाइजी को अंतिम मंजूरी देने के दो दिन बाद इस पर पुष्टि हुई है।
गौरतलब है कि बीसीसीआई ने शुरू में नई टीमों के लिए गैर-रिटेन किए गए खिलाड़ियों के पूल से अपने तीन रिटेंशन को नाम देने के लिए 25 दिसंबर की समयसीमा तय की थी। हालांकि, सीवीसी कैपिटल और सट्टेबाजी मुद्दे से जुड़े कानूनी विवाद की वजह से इसमें देरी हो गई।
नई फ्रेंचाइजियों के लिए रिटेंशन नियम
इस बीच नई टीमों के लिए रिटेंशन नियमों के अनुसार, उन्हें अधिकतम तीन खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति है। इसमें दो से अधिक भारतीय नहीं हो सकते और एक से अधिक विदेशी भी नहीं। साथ ही नई टीमें एक से ज्यादा अनकैप्ड खिलाड़ी को साइन नहीं कर सकती हैं। इस साल के मेगा ऑक्शन में राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड का कोई प्रावधान नहीं है।
यदि कोई फ्रेंचाइजी तीन खिलाड़ियों को रिटेन करती है, तो सैलरी पर्स से कटौती 33 करोड़ रुपये (पहले खिलाड़ी के लिए 15 करोड़ रुपये, दूसरे खिलाड़ी के लिए 11 करोड़ रुपये और तीसरे खिलाड़ी के लिए 7 करोड़ रुपये) होगी। दो रिटेंशन के मामले में, कटौती 24 करोड़ रुपये (14 करोड़ रुपये और 10 करोड़ रुपये) होगी, जबकि एक रिटेंशन या या अनकैप्ड खिलाड़ियों के मामले में आंकड़े क्रमशः 14 करोड़ रुपये और 4 करोड़ रुपये हैं।