भारत और इंग्लैंड के बीच आखरी वनडे मुकाबला 17 जुलाई को खेला गया जिसमें भारत ने शानदार जीत हासिल कर सीरीज को 2-1 से जीत लिया। भारत ने साल 2014 के बाद पहली बार इंग्लैंड में वनडे सीरीज जीती है। भारत ने टी-20 सीरीज को भी 2-1 से जीता लेकिन दोनों टीमों के बीच टेस्ट मैच 2-2 से ड्रा हुआ।
पूर्व इंग्लैंड कप्तान नासिर हुसैन ने भारतीय टीम के बल्लेबाजों को लेकर बात की और बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के सामने उनके संघर्ष के बारे में बताया। भारत ने इंग्लैंड के साथ दूसरा वनडे मुकाबला 100 रनों से हारा था जिसमें रीस टॉप्ली ने 6 विकेट लिए थे। हुसैन ने कहा कि भारत बड़ी मजबूत टीम है लेकिन उन्हें अपनी पुरानी गलतियों से सीखने की जरूरत है वरना आगे जाकर यह टीम की बल्लेबाज पर खराब असर डालेगा।
हुसैन ने पांड्या और पंत की काबिलियत को सराहा
हुसैन का मानना है कि यूएई में हुए टी-20 वर्ल्ड कप मुकाबले में भारतीय टीम के बल्लेबाज डरे हुए थे। उन्होंने कहा कि पांड्या, पंत और जडेजा जैसे खिलाड़ियों के होते हुए टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को डरने की जरूरत नहीं है।
सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर हुसैन ने कहा कि, "भारत एक मजबूत टीम लेकिन उन्हें अपने पुरानी गलतियों से सीखने की जरूरत है। यूएई में हुए टी-20 वर्ल्ड कप में बल्लेबाज बड़े डरे हुए थे जो उन्हें नहीं करना है। जब आपकी टीम में पांड्या, पंत और जडेजा जैसे बल्लेबाज हैं तो आप टॉप ऑर्डर पर खड़े होकर डरे नहीं।"
भारत बाएं हाथ के गेंदबाजों के सामने नहीं टिक पाता: हुसैन
हुसैन ने कहा कि, "टीम को बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों को थोड़ा बेहतर खेलने की जरूरत है। इतिहास उठाकर देखेंगे तो शाहीन शाह अफरीदी ने एक मैच में भारतीय टॉप ऑर्डर की कमर तोड़ दी थी।"
हुसैन ने यह भी बताया की कैसे भारतीय टॉप बल्लेबाज मोहम्मद आमिर के सामने साल 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में संघर्ष कर रहे थे, जहां भारत ने सिर्फ 9 ओवरों में 3 मुख्य विकेट आमिर की गेंदबाजी में खो दिए थे। इसके बाद 14 जुलाई को हुए दूसरे वनडे में भी रीस टॉप्ली ने भारत का ऐसा ही कुछ हाल किया था।
हुसैन ने भारत के टी-20 वर्ल्ड कप जीतने की संभावना पर कहा कि, "विराट कोहली ब्रेक से आने के बाद पूरी तरह से फॉर्म में आ जाएंगे। भारतीय टीम की बल्लेबाजी अच्छी है और वह अच्छे से खेल रहे हैं। उन्हें यह अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट एक द्विपक्षीय टूर्नामेंट समझ कर खेलने की जरूरत है।"