भारतीय अंडर-19 टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 96 रनों के बड़े अंतर से मात देकर आठवीं बार वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई। खिताबी मुकाबले में भारतीय टीम के सामना इंग्लैंड से होगा, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में अफगानिस्तान को हराया था। शेक रशीद और यश धुल ने टीम के लिए तीसरे विकेट की शानदार 204 रनों की साझेदारी की। टीम इंडिया का यह अंडर-19 वर्ल्ड कप में लगातार चौथा फाइनल है।
खराब शुरुआत से उबरते हुए टीम इंडिया ने कप्तान यश धुल और शेक रशीद की विशाल साझेदारी के दम पर 290 रनों का स्कोर खड़ा किया। धुल ने अपना शतक पूरा किया, जबकि रशीद बदकिस्मती से 94 रनों पर आउट हो गए। सेमीफाइनल में इतने बड़े लक्ष्य का दबाव ऑस्ट्रेलिया पर शुरू से दिखा और 194 रनों पर पूरी कंगारू टीम सिमट गई।
यश धुल-शेक रशीद की साझेदारी ने भारतीय अंडर-19 टीम को दिलाई जीत
टॉस जीतकर भारत की शुरुआत काफी धीमी रही जिसमें सलामी बल्लेबाजों अंगरीक्ष रघुवंशी और हरनूर सिंह के 7.4 ओवर में केवल 16 रन जोड़े। इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा जब दोनों ओपनर पवेलियन लौट गए और भारत मुश्किल में नजर आने लगा। इसके बाद कप्तान यश धुल और शेक रशीद ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की हर कोशिश को नाकाम किया।
दोनों खिलाड़ियों ने समझबूझ से बल्लेबाजी करते हुए पारी को आगे बढ़ाने का काम किया। जैसे ही ये दोनों जम गए, उसके बाद यश और शेक रशीद ने रन गति में इजाफा करना शुरू किया। दोनों के बीच कुल 204 रनों की साझेदारी हुई जिससे भारतीय अंडर-19 टीम ने 291 रनों का लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया के सामने रखा। कंगारू टीम के लिए जैक निस्बेट ने सबसे किफायती गेंदबाजी की और 41 रन देकर दो विकेट अपने नाम किए।
ऑस्ट्रेलिया की पारी कभी भी इस रन चेज में मुकाबले में दिखी ही नहीं। पहला विकेट 3 रन पर गंवाने के बाद कंगारू टीम के लगातार विकेट गिरते रहे। सिर्फ एक लचलन शॉ ने अर्धशतक बनाया और अपनी टीम की हार के अंतर को कम करने की कोशिश की। बाकी सभी खिलाड़ी टीम इंडिया की शानदार गेंदबाजी के आगे घुटने टेकते नजर आए। भारत के लिए विक्की ओस्तवाल ने सर्वाधिक तीन विकेट झटके।